अमेठी : दीपावली के बाद से दिल्ली और एनसीआर में पटाखों और फसलों के जलने की वजह से फैली जहरीली धुंध का असर अब अमेठी तक पहुंच गया है । रविवार को दिल्ली से निकला यह धुंध गाजियाबाद, हापुड़, मेरठ, बुलंदशहर, आगरा, कानपुर,लखनऊ होते हुए अमेठी भी पहुंच गयी अमेठी में रविवार सुबह धुंध का असर देखने को मिला धुंध की वजह से लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा पश्चिमी उत्तर प्रदेश के तमाम जिलों में 4 नबम्बर की शाम को जिस कोहरे को बदलते मौसम की आहट समझा गया वह हकीकत में दिल्ली से उड़ी प्रदूषण की चादर थी जो देखते ही देखते रात भर में पूरे शहर पर छा गयी । सुबह होने के बाद भी सूर्यदेव सुस्ताते रहे और धुएं की चादर ने अपना असर दिखाना शुरू कर दिया । राह चलने वाले लोगों ने सांस लेने में दिक्कत और धुएं से आंखों में जलन की शिकायत कर रहे हैं।
दरअसल, दीपावली के बाद से दिल्ली और उसके आसपास के इलाको में इकट्ठा हुए धुएं की चादर छाई हुई है । जानकारों के मुताबिक यह धुंध पंजाब, हरियाणा, उत्तर-प्रदेश और दिल्ली के खेतों में फसलों के वेस्टेज जलाने से पैदा हुए धुएं से उठी है सुप्रीम कोर्ट और एनजीटी ने इन राज्यों की सरकारों से फसलों का वेस्टेज जलाने से रोकने के आदेश दिए थे । रही-सही कसर दीपावली पर दिल्ली में फोड़े गए पटाखों ने पूरी कर दी. धुएं का गुबार आसमान में नमी के चलते ऊपर नही जा सका और अब वह धुँआ शहरियों को झेलना पड़ रहा है । धुएं के गुबार ने लोगो की सांसे रोक रखी हैं।
मुसाफिरखाना के सी यच सी अधीक्षक का कहना है कि दम और अस्थमा के पेशेंट घर से बाहर न निकालें । इतना ही नहीं बड़े बुजुर्गों को भी घर में रहने की सलाह दी गई है एनसीआर से जुड़े जिलों की हवा पहले ही प्रदूषण के चलते खराब हो चुकी है । अब इस नई मुसीबत से लोगो का सड़क पर चलना दुश्वार हो गया है । सवाल ये है कि प्रदूषण की समस्या को हल्के में लेनी वाली सरकारें आखिर कब तक जागेगी।
रिपोर्ट@राम मिश्रा