अमेठी- सपा के गठबंधन के बाद अपने ही गढ़ की सीटें हासिल न करने से नाराज प्रियंका गांधी वाड्रा अमेठी और रायबरेली में चुनाव प्रचार से दूर रह सकती हैं। पहले से प्रस्तावित कार्यक्रम के मुताबिक 13 फरवरी से 15 फरवरी तक प्रियंका को रायबरेली में और 16 से 18 तक अमेठी में चुनाव प्रचार करना था, लेकिन रविवार देर रात तक प्रशासन के पास कोई सूचना नहीं थी। प्रियंका गांधी से जुड़े सूत्रों के मुताबिक प्रियंका कार्यकर्ताओं से मिलने के लिए एक दिन के कार्यक्रम के लिए अमेठी आ सकती हैं।
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4 सीटें बनी वजह : अमेठी और गौरीगंज सीटों पर सपा और कांग्रेस के प्रत्याशी आमने-सामने हैं। कांग्रेस मानकर चल रही थी की सपा ये दोनों सीटें उसके लिए छोड़ देगी। दबाव बनाने के लिए कांग्रेस ने अपने प्रत्याशी भी घोषित कर दिए, लेकिन बात नहीं बनी।
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वहीं प्रियंका के सामने इस बात की भी चुनौती थी कि जिस गठबंधन का श्रेय प्रियंका को दिया जा रहा है, वह प्रियंका अपनी अमेठी की सीट भी नहीं बचा सकीं। इसके अलावा जब प्रियंका जब चुनाव प्रचार में उतरतीं तो वह तिलोई और जगदीशपुर में तो कांग्रेस को जिताने के लिए कहतीं, लेकिन अमेठी और गौरीगंज में सपा को हराने के लिए वह कैसे कह पातीं।
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2012 का रिजल्ट भी वजह :
प्रियंका ने 2012 के चुनाव में भी अमेठी-रायबरेली में जबरदस्त चुनाव प्रचार किया था। रोड शो के साथ ही 31 सभाएं की थीं, लेकिन कांग्रेस के खाते में 2 सीटें ही आईं। उसमें से भी तिलोई से जिस डॉ. मुस्लिम ने जीत हासिल की थी, उन्होंने कांग्रेस छोड़ दी है। लोकसभा चुनाव में भी सपा के न लड़ने के बावजूद स्मृति इरानी ने कड़ी टक्कर दी थी।
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राहुल गांधी के प्रतिनिधि चंद्रकांत दुबे के अनुसार प्रियंका गांधी का फिलहाल कोई कार्यक्रम तय नहीं है। राहुल गांधी 24 को अमेठी आएंगे।
रिपोर्ट- @राम मिश्रा