भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने कोलकाता में हिंसा को लेकर प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए ममता पर जबर्दस्त हल्ला बोला है।
अमित शाह ने कहा, ममता बनर्जी का आरोप है कि हिंसा, भाजपा कार्यकर्ताओं ने की। भाजपा तो पूरे देश में चुनाव लड़ रही है। देश में कहीं हिंसा नहीं होती और सभी छह चरणों में बंगाल में हिंसा होती है।
भाजपा ने रोड शो से पहले जो बैनर पोस्टर लगाए गए थे, उन्हें तीन घंटे पहले ही फाड़ दिया गया, हटा दिया गया।
रोड शो में कोलकाता की जनता का अभूतपूर्व समर्थन मिला। रोड शो के दौरान तीन हमले हुए। बोतल के अंतर केरोसिन डालकर भी फेंकी गईं।
ईश्वर चंद्र विद्यासागर की मूर्ति भाजपा ने नहीं तोड़ी। जब कॉलेज का गेट बंद था तो मूर्ति किसने तोड़ी। इसे टीएमसी के गुंडों ने तोड़ा है।
टीएमसी सरकार की उल्टी गिनती शुरू हो गई है। हिंसा का कीचड़ जितना फैलेगा, कमल उतना खिलेगा।
ममता सरकार के प्रचार पर रोक क्यों नहीं लगी। ममता की धमकी पर चुनाव आयोग ने एक्शन क्यों नहीं लिया।
ममता दीदी मुझसे आप उम्र में बड़ी हो सकती हैं, तजुर्बे में मैं आपसे आगे हूं। ज्यादा चुनाव लड़ चुका हूं, लड़वा चुका हूं।
मुझे सूचना मिली है कि मुझ पर केस दर्ज किया गया है। भाजपा, ममता की एफआईआर से डरने वाली नहीं है।
23 मई के बाद दीदी के दिन समाप्त होने वाले हैं। बंगाल में हम 23 से ज्यादा सीटें जीतेंगे। मैं सौभाग्य से ही बचकर निकल पाया। सुप्रीम कोर्ट जज की अध्यक्षता में एसआईटी जांच होनी चाहिए।
कोलकाता में अमित शाह की रैली से पहले शुरू हुए बवाल और फिर रोड शो के दौरान हुए हिंसा के बाद सियासत तेज है।
भाजपा इसके लिए ममता सरकार पर आरोप लगा रही है, तो वहीं सीएम ममता बनर्जी ने भाजपा पर गुंडागर्दी का आरोप लगाया है। भाजपा ने चुनाव आयोग से हिंसा की शिकायत करते हुए तत्काल कार्रवाई की मांग की है।
मालूम हो कि मंगलवार को कोलकाता में अमित शाह की रैली रोक दी गई थी। कोलकाता पुलिस ने कागजात की मांग करते हुए मंच हटाने को कहा था।
इसके बाद आदर्श आचार संहिता उल्लंघन का हवाला देते हुए सड़कों पर लगे पीएम मोदी-शाह और भाजपा के कई बैनर-पोस्टर और होर्डिंग हटा दिए गए थे। इसके बाद शाम में अमित शाह की रैली के दौरान हिंसा हुई थी।
कोलकाता में अमित शाह के रोड शो के दौरान हिंसा को लेकर महाराष्ट्र के सीएम देवेंद्र फड़णवीस ने ममता बनर्जी पर निशाना साधते हुए कहा कि वह अपनी हार से डरी हुई हैं, इसलिए वह लोकतंत्र की हत्या कर रही हैं। वह नहीं चाहतीं कि उनके खिलाफ एक भी चुनावी प्रचार अभियान हो। उन्होंने चुनाव आयोग से स्वच्छ और निष्पक्ष मतदान संपन्न कराने की मांग की है।