पंजाब पुलिस का खौफनाक चेहरा सामने आया है। बता दें कि एक महिला के पति को पुलिस पकड़ के ले जा रही थी, जिसका महिला ने विरोध किया तो पुलिसवालों ने उसे जीप की छत पर बैठाकर घुमाया। इस दौरान महिला जीप की छत से गिरकर घायल हो गई।
घायल महिला को अमृतसर के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस सूत्रों की माने तो पंजाब पुलिस की क्राइम ब्रांच ने जबरन महिला को छत पर बैठाया था।
हालांकि मामले का खुलासा सीसीटीवी फुटेज आने के बाद हुआ। फुटेज में साफ दिखाई दे रहा कि महिला को पुलिवालों ने जीप की छत पर बैठा रखा है। जीप को खुद एक पुलिसकर्मी ड्राइव कर रहा है।
जीप एक मोड़ पर अचानक तेज रफ्तार में मुड़ी और इसी दौरान महिला हादसे का शिकार हो गई। महिला सड़क पर गिर जाती है और जीप तेज गति से आगे निकल जाती है। वीडियो में घायल महिला भागने का प्रयास कर रही है।
मंगलवार दोपहर की है घटना
इस दौरान कुछ लोगों ने घायल महिला को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया। खबरों की माने तो महिला को पंजाब पुलिस ने सजा के तौर पर जीप में बैठाया था। महिला का गुनाह बस इतना था कि उसने पति को ले जाने का विरोध किया था।
घायल महिला अमृतसर के चविंडा देवी इलाके की रहने वाली है। पुलिस पीड़िता के घर संपत्ति विवाद मामले में उसके ससुर से पूछताछ करने गई थी।
घटना मंगलवार दोपहर की है। पंजाब पुलिस की क्राइम ब्रांच की टीम शहजादा गांव स्थित जसविंदर कौर के घर गई थी। इस दौरान पुलिस ने महिला के ससुर बलवंत सिंह और पूर्व सरपंच से पूछताछ की।
जसविंदर कौर ने आरोप लगाया है कि पुलिसवाले इस दौरान कथित तौर पर नशे में थे। महिला ने बताया कि वो बलवंत को ले जाने आए थे। लेकिन उनके पास पकड़ने के लिए कोई कारण नहीं था। वह डर गई थी और जीप के सामने खड़ी हो गई और वो बिना कारण पकड़ने का विरोध किया। इस दौरान आस-पास के लोग भी घर पर इकट्ठे हो गए।
गांव वालों ने भी पुलिस की इस हरकत पर अपनी नाराजगी जाहिर की। पुलिसवाले महिला को सड़क पर तड़पता ही छोड़कर चले गए थे।
महिला का कहना है कि पुलिस बिना वजह के उसके पति को गिरफ्तार करने पहुंची थी। विरोध करने पर पुलिसकर्मियों ने उसके साथ दुर्व्यवहार किया। इस दौरान पुलिसवालों ने महिला को पूरे गांव में भी घुमाया। जसविंदर की शिकायत के मुताबिक, पुलिसवालों ने उसे जीप की छत में जबरन बैठाया। उसके बाद गांव में घुमाया। इसे देख इलाके के लोग उत्तेजित हो गए।
जसविंदर का कहना है कि जीप की छत से वो लटक गई थी और 3 किमी दूर जाकर अचानक एक मोड़ पर गिर गई।
नशे में थे पुलिसकर्मी
जसविंदर के मुताबिक पुलिस पहले शनिवार को और बाद में फिर मंगलवार को उसके घर आई थी। दोनों बार पूछने पर वो आने का कारण नहीं बता पाई। बाद में यह स्पष्ट किया कि बलवंत और एक दूसरे व्यक्ति के बीच चल रहे संपत्ति विवाद पर बातचीत करना चाहती थी।
जसविंदर ने अपनी आपबीती बताते हुए कहा कि पुलिसवाले नशे में थे और महिला कॉन्स्टेबल और अधिकारी भी साथ में नहीं थे।
उन्होंने आरोप लगाया है कि उनमें से एक पुलिसकर्मी ने उनका दुपट्टा भी हटा दिया। जसविंदर की मांग है कि अपमानित करने वाले पुलिसकर्मियों को निलंबित व गिरफ्तार किया जाना चाहिए।
वहीं इस मामले में पुलिस का कहना है कि जसविंदर ने अपने रिश्तेदारों के साथ पुलिस वाहन को रोकने की कोशिश की।
अमृतसर के वरिष्ठ अधीक्षक (ग्रामीण) परमपाल सिंह ने बताया कि पुलिस ने महिला और उसके परिवार के सदस्यों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। हम बयान और मेडिकल रिपोर्ट के बाद क्रॉस एफआईआर दर्ज करेंगे।