अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (AMU) के छात्र संघ के हॉल में लगी पाकिस्तान के संस्थापक मोहम्मद अली जिन्ना की तस्वीर को लेकर उपजा विवाद गहरा गया है।
इसके चलते मंगलवार को AMU के छात्र संघ की ओर से पूर्व उप राष्ट्रपति हामिद अंसारी को मानद आजीवन सदस्यता दिए जाने के कार्यक्रम का भी विरोध हुआ।
हिंदू युवा वाहिनी के कार्यकर्ताओं ने जिन्ना की तस्वीर को हटाने की मांग करते हुए AMU के बाहर जमकर विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारी हामिद अंसारी के कार्यक्रम का भी विरोध कर रहे थे।
AMU के छात्र संघ पदाधिकारियों का आरोप है कि विरोध कर रहे लोग हथियार लेकर यूनिवर्सिटी परिसर में घुसने और पूर्व उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी के कार्यक्रम में दखल डालने की कोशिश कर रहे थे।
छात्र संघ के पदाधिकारियों के मुताबिक जब प्रदर्शन कर रहे युवाओं ने AMU परिसर में जबरन घुसने की कोशिश की, तो छह कार्यकर्ताओं को पकड़ लिया गया और फिर पुलिस के हवाले कर दिया गया।
छात्र संघ पदाधिकारियों का यह भी आरोप है कि पुलिस ने हिंदू युवा वाहिनी के कार्यकर्ताओं के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की और बिना मामला दर्ज किए छोड़ दिया।
इससे नाराज छात्र संघ के पदाधिकारी थाने पहुंचे और हिंदू युवा वाहिनी के कार्यकर्ताओं को छोड़ने का कड़ा विरोध करने लगे। इस दौरान छात्र एसपी सिटी से धक्का-मुक्की करने लगे। इसके बाद पुलिस ने छात्रों पर लाठीचार्ज कर दिया। इसमें करीब 15 छात्र घायल हो गए।
वहीं, मंगलवार को पूर्व उप राष्ट्रपति हामिद अंसारी के कार्यक्रम और हिंदू युवा वाहिनी के विरोध प्रदर्शन को देखते हुए AMU के छात्र संघ के हॉल से जिन्ना तस्वीर को फिलहाल हटा दिया गया।
जिन्ना की तस्वीर हटाए जाने पर छात्र संघ का तर्क है कि हॉल की सफाई चल रही है, जिसके चलते तस्वीरों को हटाया गया है। हालांकि बाद में इस तस्वीर को दोबारा लगा दिया जाएगा।
उधर, बुधवार को अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी पहुंचे पूर्व उप राष्ट्रपति हामिद अंसारी से जब जिन्ना की तस्वीर से जुड़े विवाद पर सवाल किया गया, तो उन्होंने कहा, ”मैं फालतू चीजों पर बात नहीं करता, जो लोग राजनीति कर रहे हैं, उन्हें राजनीति करने दो। मैं 10 साल राजनीति से जुड़े लोगों के बीच रहा, लेकिन मैंने कभी राजनीति नहीं की।”