अलीगढ़ : अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (एएमयू) के एक प्रोफेसर ने एक आपत्तिजनक बयान दिया है। प्रोफेसर वसीम रजा ने अपने एक कमेंट में मदरसों को समलैंगिकों का अड्डा बताया और बैन करने की मांग की है। एक अंग्रेजी अखबार के अनुसार इस मैसेज में राजा कहते हैं कि, “हम मदरसों को हटाना चाहते हैं। यहां पर होमोसेक्सुअलिटी अनियंत्रित स्तर पर है, मौलाना इसमें शामिल है।
प्रोफेसर ने यह मैसेज एक न्यूज चैनल को भी वाट्सऐप पर भेजा है, इसके बाद यूनिवर्सिटी कैंपस में स्टूडेंट्स ने इतिहास के प्रोफेसर के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। स्टूडेंट्स से लेकर टीचर्स एसोसिएशन तक प्रोफेसर के विरोध में उतर आई है। यह टिप्पणी उन्होंने मंगलवार दोपहर को की। उसी समय से उनका विरोध भी शुरू हो गया है।
खबर के मुताबिक बाद में प्रोफेसर अपनी बात से पलट गए। उन्होंने कहा मैंने इस तरह की कोई बात नहीं कही है। प्रोफेसर ने कहा कि मेरा फोन हैक कर लिया गया था और अब मैंने चैट ग्रुप को बंद कर दिया है। मैं पिछले कई सालों में सार्क कॉन्फ्रेंस में शामिल हो चुका हूं, जहां मैंने सिर्फ मुस्लिम समुदाय के सुधारों की बात कही है। क्या मदरसे इस समुदाय का हिस्सा नहीं हैं? रजा ने बताया कि उनका फोन हैक हो गया था और वाट्सएप के ग्रुप को ब्लॉक कर दिया है।
छात्रों ने रजा के इस बयान को लेकर सोशल मीडिया पर उनकी निंदा की है। शाह आलम तुर्क नाम के एक रिसर्च स्कॉलर ने बताया कि हम ग्रुप पर चैट कर रहे थे जब रजा ने इस तरह की बात कही। मैंने उन्हें मैसेज कर के कहा कि आपको अपने विचारों की अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का अधिकार है, लेकिन बिना तथ्यों के पुष्टि करे मदरसों की मानहानि न करें। – एजेंसी