मध्य प्रदेश के डिंडौरी में दिनोदिन बढ़ रही पानी की समस्या के चलते समनापुर-डिंडौरी मुख्य मार्ग को देवलपुर निवासी लगभग पांच सैकड़ा महिलाओं व पुरूषों ने सुबह नौ बजे से खाली बर्तन लेकर जाम कर दिया। आक्रोशित लोगों ने पानी दो व रोजगार सहायक को पद से पृथक करने की मांग को लेकर नारेबाजी भी की।
डिंडौरी/समनापुर : लंबे समय से पानी की समस्या से जूझ रही ग्राम देवलपुर की महिलाओं का गुस्सा बुधवार की सुबह फूट पड़ा। महिलाओं ने खाली डिब्बे डिंडौरी से जनपद मुख्यालय समनापुर के मुख्य मार्ग में रखकर चकाजाम कर दिया। चकाजाम की सूचना मिलते ही मौके पर पुलिस के साथ प्रशासनिक अधिकारी भी पहुंचे। घंटो समझाइस का दौर चला। तीन घंटे बाद अधिकारियों द्वारा दिए गए आश्वासन के चलते मार्ग में यातायात बहाल हो सका।
महिलाओं ने रोजगार सहायक पर आरोप लगाया कि उसके द्वारा नल जल योजना के पानी से ईंट बनवाया जा रहा है और पानी की सप्लाई गांव में नहीं की जा रही है। उग्र भीड़ के सामने जनपद सीईओ गौरव पुष्प ने रोजगार सहायक की लापरवाही मानते हुए उसे पद से पृथक करने की बात तो सार्वजनिक तौर पर कही, लेकिन जनपद पहुंचते ही कार्रवाई का स्तर पद से पृथक करने का बदलकर जनपद में अटैच करने का हो गया। इस पर भी आरोप प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है। प्रदर्शन समनापुर विकासखंड के ग्राम देवलपुर में सुबह 9 बजे से 12 बजे तक चला। इस दौरान जमकर नारेबाजी कर ग्रामीणों ने विरोध जताया। चकाजाम से दोनों ओर वाहनों की कतार लग गई और यातायात व्यवस्था बुरी तरह प्रभावित हुई।
ईंट बनाने के लिए पानी का उपयोग
ग्रामीणों ने बताया कि ढाई हजार की आबादी वाले गांव में लम्बे समय से नलजल योजना का पानी नहीं आ रहा है। ऐसे में पानी की व्यवस्था के लिए गांव के लोगों को दूर दराज के क्षेत्रों में भटकना पड़ रहा है। ग्रामीण कुआं का दूषित पानी पीने मजबूर हैं। लोगों ने बताया कि ग्राम पंचायत रोजगार सहायक बलराम ठाकुर की मनमानी के चलते नलजल योजना का लाभ उन्हें नहीं मिल पा रहा है। रोजगार सहायक द्वारा नल जल योजना की पाइप लाइन को बीच से काटकर अपने घर की ओर मोड दिया गया है और उसी पानी से ईंट बनवाया जा रहा है।
सरपंच, सचिव की शिकायत बेअसर
पूरे गांव में 2011-12 नल-जल योजना लाखों की लागत से शुरू की गई थी। पहले तो पीएचई विभाग द्वारा इसका संचालन किया जा रहा था, लेकिन लगभग 6 माह से पंचायत के हैंडओवर हो गया था। तभी से रोजगार सहायक द्वारा मनमानी पूर्वक नल जल योजना का संचालन किया जा रहा है। पाइप लाइन गांव में जमीन से ऊपर बिछाई गई है। पाइप लाइन काटकर अलग से पाइप लाइन जोड़कर रोजगार सहायक पानी का दुरूपयोग कर रहा था। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि उनके द्वारा सरपंच सरोज बाई को कई बार शिकायत करने बावजूद भी देवलपुर गांव के लगभग 500 घरो में जलापूर्ति नहीं हो रही है। ग्रामीणों का कहना है कि ग्राम पंचायत में रोजगार सहायक का ही दबदबा है।
लामबंद ग्रामीणों ने किया प्रदर्शन
दिनोदिन बढ़ रही पानी की समस्या के चलते समनापुर-डिंडौरी मुख्य मार्ग को देवलपुर निवासी लगभग पांच सैकड़ा महिलाओं व पुरूषों ने सुबह नौ बजे से खाली बर्तन लेकर जाम कर दिया। आक्रोशित लोगों ने पानी दो व रोजगार सहायक को पद से पृथक करने की मांग को लेकर नारेबाजी भी की। सरपंच द्वारा देवलपुर वासियों को लगातार आश्वासन दिया जा रहा था कि बहुत जल्द ही जलापूर्ति चालू करा दी जाएगी, लेकिन ग्रामीणों ने उनकी बात नहीं मानी। गांव के गुलाब सिंह ठाकुर, कालूराम ठाकुर, गणेश ठाकुर, रोहित ठाकुर, श्यामवती, मुलिया बाई, यशोदा बाई, संतोषी बाई सहित दर्जनों लोगों ने बताया कि गांव में नलजल योजना तो है, लेकिन वर्षों से नल से पानी नहीं मिल रहा है। कभी पानी की कमी तो कभी मोटर जलने का कारण गिनाए जाते हैं।
अधिकारियों के आश्वासन के बाद जाम खुला
मौके की नजाकत को भांपते हुए जनपद समनापुर सीईओ गौरव पुष्प ने सार्वजनिक तौर पर कहा कि रोजगार सहायक को तत्काल पद से पृथक कर दिया गया है। इन सब बातों को सुन ग्रामीणों ने रोजगार सहायक के विरूद्घ नारेबाजी करते हुए चका जाम को समाप्त कर दिया गया। इस बीच नायब तहसीलदार समनापुर गिरीश धुलेकर, थाना प्रभारी विनायक नाथ योगी सहित अन्य पुलिस बल मौके पर पहुंचे। तीन घंटे तक जाम के दौरान मार्ग के दोनों तरफ दर्जनों वाहनों का जमावड़ा लग गया और लोग परेशान होते रहे।
जिले में 6 सौ मिमी से कम औसत बारिश
जिलेभर में इस वर्ष जल संकट की समस्या और बढ़ने वाली है। इस वर्ष महज 937.6 मिमी औसत वर्षा ही जिलेभर में हो सकी है, जबकि जिले में सामान्य औसत वर्षा 1528.3 मिमी है। पिछले वर्ष की तुलना में भी बारिश का आंकड़ा बहुत कम है। जिलेभर में औसत बारिश से जहां लगभग 6 सौ मिमी कम औसत बारिश हुई है, वहीं पिछले वर्ष से भी 3 मिमी लगभग कम बारिश हुई है। 2016-17 में 1249 मिमी औसत वर्षा जिलेभर में हुई थी, जबकि इस वर्ष महज 937.6 मिमी बारिश हुई है। भू जल स्तर जहां 400 फीट के पार पहुंच गया है, वहीं जलाशय पानी के अभाव में सूख रहे हैं। नदियों का भी जल स्तर तेजी से घट रहा है।
इनका कहना है
प्रारंभिक तौर पर रोजगार सहायक की लापरवाही से सामने आई है। रोजगार सहायक को जनपद अटैच कर लिया गया है। गांव में टैंकर से पानी की सप्लाई शुरू करा दी गई है। गांव में नल जल योजना का पानी सभी वार्डो में पहुंचे इसके भी दिशा निर्देश दिए गए है।
गौरव पुष्प
सीईओ, जनपद समनापुर
@दीपक नामदेव