नई दिल्ली – अन्ना हजारे ने अरविंद केजरीवाल को अपने आंदोलन में शामिल होने की इजाजत तो दे दी है लेकिन स्पष्ट कर दिया है कि मंच पर उनके लिए कोई जगह नहीं होगी।
अन्ना ने बताया कि दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल कई बार आंदोलन में जुड़ने का अनुरोध कर चुके हैं। उन्होंने उन्हें सहयोग करने के लिए कह दिया है, लेकिन जंतर-मंतर पर जब यात्रा पहुंचेगी, तो उन्हें मंच पर नहीं आने दिया जाएगा।
हजारे ने कहा कि नेता बनने में कोई दोष नहीं है, बशर्ते राजनीति सेवा भाव से होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि वह मौत से नहीं डरते, इसलिए सरकार जब भी उन्हें सिक्युरिटी देने की बात कहती है, तो वे मना कर देते हैं। अन्ना ने कहा, ‘अगर सिक्युरिटी से ही मौत रुक जाती, तो देश की पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी व राजीव गांधी की हत्या नहीं होती।’
उन्होंने कहा कि जब केंद्र की सरकार बनी तो कहा गया कि अच्छे दिन आ गए, लेकिन हकीकत में अच्छे दिन पैसे वालों के लिए आए हैं। गरीबों के लिए नहीं। सरकार किसानों की जमीन को उद्योगपतियों को देने की योजना बना रही है। इसके खिलाफ 23 व 24 फरवरी को जंतर-मंतर पर बड़ा आंदोलन किया जाएगा।