नई दिल्ली – 2011 में करप्शन के खिलाफ देशभर में आंदोलन छेड़ने वाले अन्ना हजारे फिर ऐक्शन के मूड में हैं। इस बार अन्ना करप्शन के मुद्दे पर मोदी सरकार को घेरने की तैयारी कर रहे हैं । अन्ना ने बुधवार को रालेगण सिद्धि में मोदी सरकार के खिलाफ आंदोलन की हुंकार भरी।अन्ना ने सरकार पर ब्लैक मनी को लेकर किया वादा पूरा न करने का भी आरोप लगाया।
एक न्यूज चैनल से बातचीत में अन्ना ने मोदी सरकार पर करप्शन को लेकर अपना वादा न निभाने का आरोप लगाया। अन्ना ने कहा कि पीएम मोदी चुनाव से पहले किए गए अपने वादे को पूरा करने को लेकर गंभीर नहीं दिखते हैं। उन्होंने कहा कि नई सरकार को जितना समय देना चाहिए था, उतना वह दे चुके हैं। मैं अब सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करूंगा।
उन्होंने कहा कि आंदोलन के लिए वह अकेले ही काफी हैं। आंदोलन के लिए किसी टीम की जरूरत नहीं होगी, क्योंकि जनता उनके साथ है। अन्ना ने कहा कि इस बार भी मुद्दा जनलोकपाल की नियुक्ति होगा।
अन्ना ने सरकार पर ब्लैक मनी को लेकर किया वादा पूरा न करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, ‘चुनाव के टाइम पर 100 दिन के अंदर ब्लैक मनी लाने और हर नागरिक के बैंक अकाउंट में 15 लाख रुपये देने की बात कही गई थी। लोगों ने इस आधार पर वोट दे दिया। आज 15 रुपये भी किसी के अकाउंट में जमा नहीं हुआ है। जनता समझ चुकी है कि हमारे साथ क्या धोखाधड़ी हो रही है। जनता ने जैसा कांग्रेस को सबक सिखाया, वैसे ही इनको सबक सिखाएगी।’
अन्ना हजारे ने कहा कि उन्हें अपने पूर्व सहयोगियों किरन बेदी और अरविंद केजरीवाल के बारे में कोई दिलचस्पी नहीं है। दोनों के बारे में दिल्ली को ही फैसला करने दीजिए। उन्हें राजनीति के कीचड़ में नहीं घसीटा जाना चाहिए।