सुल्तानपुर/अमेठी: लखनऊ की एंटी करप्शन टीम ने कुड़वार ब्लॉक में तैनात सिकरेट्री जुबेर अहमद को घूस के रूप में 20 हज़ार की रक़म लेते हुए धर दबोचा। सिकरेट्री ने ये रक़म ब्लाक के एक ग्राम प्रधान से धरावा गांव में चल रहे रोड के कार्य में कमीशन के रूप में मांगा था। जिसकी शिकायत प्रधान के देवर ने एंटी करप्शन आईजी से किया था।
इस तरह से जाल में फंसे सिकरेट्री
यहां पंचायती राज के अंतर्गत हो रहे निर्माण कार्य में अनिमितता की शिकायत गाहे-बगाहे चर्चा में रही है, जिसमें प्रधान से लेकर सिकरेट्री तक ग्राम्य पंचायतों में लम्बे पैमाने पर लेन देन का कार्य करते चले आ रहे।ऐसे में मामले की जानकारी ज़िला प्रशासन से लेकर शासन तक इसकी ख़बर न हो ये असम्भव है।
ऐसा ही एक मामला ब्लाक कुड़वार के ग्राम धरावा में प्रकाश में आया है।यहां राज्य वित्त आयोग से पारित 1 लाख 17 हजार रूपये के रोड का कार्य कराया जा रहा है। ग्राम प्रधान रेहाना बानो का आरोप है कि इसमें सिकरेट्री द्वारा रनिंग भुगतान 1 लाख 20 हजार रुपये बनाया गया और बदले में सिकरेट्री ने प्रधान से 20 हजार रुपये की मांग किया।
प्रधान के देवर ने की थी शिकायत
इसके बाद ग्राम प्रधान के देवर इशारत उल्ला खान ने इस बात की शिकायत बीते 28 अप्रैल 2017 को आईजी एंटी करप्शन पदमजा चौहान से किया था।जिस पर आईजी एंटी करप्शन ने टीम गठित कर शहर के विकास भवन के सामने स्थित एक रेस्टोरेंट में सिकरेट्री जुबेर अहमद को आज रंगे हाथ धर दबोचा।
पकड़े जानें के समय जुबेर अहमद के पास से 2-2 हज़ार के 10 नोट घूस के बरामद हुए।यहां से एंटी करप्शन टीम पकडे गए सिकरेट्री को कोतवाली नगर लेकर आई।जहां उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उन्हें जेल भेजने की तैयारी की जा रही है।
रिपोर्ट @राम मिश्रा