विराट कोहली विदेश में दोहरा शतक लगाने वाले पहले भारतीय टेस्ट कप्तान बन गए हैं। यही नहीं, वह कैरेबियाई धरती पर भी सबसे बड़ी व्यक्तिगत पारी खेलने वाले भारतीय कप्तान बन गए लेकिन वह बतौर कप्तान भारत के लिए सबसे बड़ी पारी का महेंद्र सिंह धोनी का रिकॉर्ड नहीं तोड़ सके।
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यही नहीं, कोहली कैरेबियाई धरती पर किसी कप्तान द्वारा खेली गई इंग्लैंड के लेन हटन (205) की पारी को भी पीछे छोड़ने से चूक गए लेकिन अपनी 200 रनों की पारी के दौरान कोहली ने कई अन्य कीर्तिमान अपने नाम किए।
कोहली ने कैरेबियाई धरती पर सबसे बड़ी कप्तानी पारी सम्बंधी राहुल द्रविड़ का 10 साल पुराना रिकॉर्ड शुक्रवार को तोड़ा। इसके अलावा उन्होंने विदेश में बतौर कप्तान सबसे बड़ी 192 रनों की पारी का मोहम्मद अजहरुद्दीन का भी रिकॉर्ड ध्वस्त किया। अजहर ने न्यूजीलैंड के खिलाफ यह पारी खेली थी।
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सर विवियन रिचर्ड्स मैदान पर जारी पहले टेस्ट मैच के दूसरे दिन कोहली ने अपनी पारी को 143 रनों से आगे बढ़ाया और व्यक्तिगत योग में चार रन जोड़ते ही वह भारत के लिए वेस्टइंडीज में सबसे बड़ी पारी खेलने वाले भारतीय कप्तान बन गए।
द्रविड़ ने 2006 में ग्रास आइलेट में 146 रनों की पारी खेली थी। द्रविड़ का यह पहली पारी का स्कोर है। इसके अलावा कोहली 1997 के बाद विदेश में सबसे बड़ी पारी खेलने वाले भारतीय कप्तान बन गए हैं। 1997 में सचिन तेंदुलकर ने दक्षिण अफ्रीका में 169 रनों की पारी खेली थी। उस समय वह टीम के कप्तान थे।
कोहली का यह अब तक का सबसे बड़ा व्यक्तिगत टेस्ट स्कोर है। इससे पहले उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 169 रन बनाए थे। कोहली लंच के ठीक बाद 200 रनों के स्कोर पर ही आउट हुए।
वेस्टइंडीज के खिलाफ अब तक सिर्फ तीन कप्तान उसी की धरती पर दोहरा शतक लगा सके हैं। हटन के अलावा यह कारनामा ऑस्ट्रेलिया के आरबी सिम्पसन और कोहली ने किया है।
कोहली बतौर कप्तान दोहरा शतक लगाने वाले पांचवें भारतीय हैं। वह हालांकि बतौर कप्तान भारत के लिए सबसे बड़ी पारी का रिकॉर्ड अपने नाम नहीं कर सके। यह रिकॉर्ड महेंद्र सिंह धोनी के नाम है, जिन्होंने 2014 में ऑस्ट्रेलया के खिलाफ चेन्नई में 224 रन बनाए थे।