नई दिल्ली : हिंदी सिनेमा के लोकप्रिय चरित्र कलाकार अनुपम खेर को फिल्म एंड टीवी इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (FTII) पुणे का नया चेयरमैन बनाये जाने का ऐलान किया गया है, वो गजेंद्र चौहान की जगह लेंगे। गजेंद्र को एनडीए सरकार ने 9 जून 2015 को FTII का चेयरमैन बनाया गया था। तब उनकी नियुक्ति का काफी विरोध हुआ था। छात्रों ने करीब 139 दिनों तक प्रदर्शन किया था लेकिन एक बार फिर से अनुपम खेर का विरोध हो रहा है। छात्रों ने उनके खिलाफ भी मोर्चा खोल दिया है, जिसके बाद अनुपम की राह आसान नहीं दिख रही है। संस्थान के छात्र संघ ने आरोप लगाया कि यह हितों के टकराव का मामला है, क्योंकि खेर मुंबई में अपना खुद का अभिनय प्रशिक्षण संस्थान चलाते हैं.। एफटीआईआई छात्र संघ (एफएसए) ने साथ ही देश में असहिष्णुता को लेकर बहस के दौरान खेर की ओर से दिए गए बयानों और ‘सरकार के कुछ विचारों का प्रचार करने’ की उनकी कोशिशों पर भी आपत्ति जताई है और इसी कारण वो इस पद के लिए योग्य नहीं है और उनसे काबिल लोग इस सीट पर बैठने के लिए योग्य हैं इसलिए हम उनका विरोध करते हैं, सरकार ने हमारे साथ फिर मजाक किया है।
आपको बता दें कि भारतीय फिल्म और टेलिविज़न संस्थान (Film and Television Institute of India,FTII) भारत के पुणे शहर में स्थित हैं। यह संस्थान भारत सरकार के सुचना एवं प्रसारण मंत्रालय के अंतर्गत एक स्वशासी संस्था हैं। सन 1960 में पुणे के प्रभात स्टूडियो परिसर में इस संस्थान को स्थापित किया गया। भारतीय फिल्म और टेलिविज़न संस्थान के छात्रों ने भारतीय एवं अंतर्राष्ट्रीय सिनेमा एवं टेलिविज़न के छेत्र में काफी नाम कमाया है।
करीब दो साल पहले इसका चेयरपर्सन गजेंद्र चौहान को बनाया गया था, तब छात्रों ने उनका कड़ा विरोध किया था, संस्थान के छात्रों को साफ तौर पर लगता था कि चौहान में उनका चेयरपर्सन बनने की काबिलियत नहीं है, उनसे काबिल लोग हैं इसलिए उन्हें पोस्ट से हटना पड़ेगा लेकिन गजेंद्र चौहान ने पोस्ट से हटने से इंकार कर दिया था। सबसे खास बात ये है कि गजेंद्र का विरोध खुद अनुपम खेर ने किया था और उन्हें नाकाबिल कहा था और आज खुद अनुपम छात्रों के विरोध का सामना कर रहे हैं।