चेन्नई- हिंदू मक्कल काच्छी संगठन के नेता अर्जुन संपत पर अपने घर में शस्त्र पूजा करने और उसकी तस्वीरें सोशल मीडिया पर पोस्ट करने पर मामला दर्ज किया गया है। संपत के खिलाफ सेक्शन 153(ए) और 25(ए) के तहत समुदायों में दुश्मनी फैलाने का केस दर्ज किया गया है। हथियारों की तस्वीरें फेसबुक पर पोस्ट करने पर संपत की काफी निंदा की जा रही है।
हालांकि, संपत ने बाद में वह पोस्ट अपनी प्रोफाइल से हटा ली हैं। कुछ राजनीतिक पार्टियों और सामाजिक संस्थाओं ने पुलिस कमिश्नर को ज्ञापन सौंपकर संपत के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की मांग की है। उनका कहना है कि इससे समाज में अशांति फैल सकती है। साथ ही कहा गया है कि यह भी जांचा जाए कि क्या उनके पास हथियारों का वैध लाइसेंस है।
अपने ऊपर लगे आरोपों पर संपत ने कहा कि वे बंदूकें नहीं थी, बल्कि उनके बेटे के खिलौने थे। साथ ही कहा कि जो धातु के हथियार थे वे उन्हें स्मृति चिन्ह के तौर पर गिफ्ट किए गए थे। पुलिस ने मामले की जांच शुरु कर दी है। शुरुआती जांच में पाया है कि बंदूकें उनके पर्सनल सिक्यूरिटी ऑफिसर की थीं।
बता दें, विजयदशमी के दिन शस्त्र पूजा की जाती है। सितंबर महीने में डॉ बी आर अंबेडकर के पोते प्रकाश अंबेडकर ने आरएसएस द्वारा की जाने वाली हथियारों की पूजा की निंदा की थी। अंबेडकर ने कहा था कि विजयदशमी के दिन जो शस्त्र संघ द्वारा प्रदर्शित किए जाते हैं। उनका इस्तेमाल दलित और मुसलमानों के खिलाफ किया जाता है।
प्रकाश ने दलितों से हिंदू दक्षिणपंथी संगठन को खत्म करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा, ‘मैं संघ से सवाल पूछना चाहता हूं जो आज सरकार में है। आपके दुश्मन कौन हैं।? विजयदशमी पर वो हथियारों की नुमाइश लगाकर उनकी पूजा करते हैं। ऐसी पूजा राजाओं के द्वारा करने का मतलब समझ में आता था। उन्हें अपने राज्य की रक्षा करनी होती थी। पर आज हम स्वतंत्र हैं। तो इस तरह की मनोवृत्ति की क्या जरूरत है। हमें शांति, विकास और भाईचारा चाहिए।’ [एजेंसी]