श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर में आतंकवादियों ने सेना के एक लेफ्टिनेंट का अपहरण कर उनकी हत्या कर दी है। घटना मंगलवार रात को कश्मीर के कुलगाम में हुई। उमर फैयाज का शव शोपियां में मिला। जम्मू के अखनूर में राजपुताना राइफल्स में तैनात फैयाज दिसंबर 2016 में ही सेना भर्ती हुआ था। सेना से मिली जानकारी के मुताबिक- 22 साल का फयाज छुट्टी में अपने घर आया था और शादी में शामिल होने के लिए कुलगाम गया हुआ था।
यहां पर ही आतंकवादियों ने बंदूक की नोक पर उसका अपहरण किया और फिर हत्या कर दी। सेना मे डॉक्टर रहे फयाज के शरीर में बुलेट के दो निशान मिले हैं। अपने इलाके में युवाओ के बीच लेफ्टिनेंट फैयाज काफी लोकप्रिय थे। इतना ही नही आसपास जब भी कोई प्रोग्राम होता था तो वे जरूर जाते थे। आतंकवादी सुरक्षाबलों के साथ ऐसी कायराना हरकत पहले भी कर चुके हैं, लेकिन सेना के एक अफसर के साथ हाल के सालों में ऐसी हरकत पहली बार की है। मकसद है आम लोगों के बीच अपना डर बिठाना।
उल्लेखनीय है कि कुछ दिन पहले ही पाकिस्तान द्वारा बनाए गए बूबी ट्रैप में भारतीय सेना और बीएसएफ़ के जवान फंस गए और इसकी वजह से दो जवानों को अपनी जान गवानी पड़ी। यही नहीं पाकिस्तान की सेना ने भारतीय सेना के शहीद हुए जवानों के शवों के साथ बर्बरतापूर्ण व्यवहार किया। बीएसएफ़ ने जो रिपोर्ट मंत्रालय को दी है, उसके मुताबिक़ इनपुट ये मिला था कि कुछ लैंडमाइन एक नाले में पाकिस्तान सेना बिछा रही है। उसकी पुष्टि करने जब जवान गए तब वो बूबी ट्रैप में फंस गए थे।
भारतीय सेना के उत्तरी कमान ने एक बयान में कहा है, ‘पाकिस्तान ने कृष्ण घाटी सेक्टर में नियंत्रण रेखा पर दो अग्रिम चौकियों पर बिना उकसावे के रॉकेट और मोर्टार दागे. इसी वक्त बीएटी ने दोनों चौकियों के बीच गश्ती अभियान पर कार्रवाई शुरू की। ’ बयान में कहा गया है, ‘गश्त पर तैनात हमारे दो सैनिकों के शवों को विकृत करके पाकिस्तानी सेना ने सैनिकों जैसे व्यवहार नहीं किया है।
’अर्धसैनिक बल के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि संघर्ष विराम का उल्लंघन सुबह करीब साढ़े आठ बजे हुआ। हमले में सेना के नायब सूबेदार परमजीत सिंह और सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) की 200वीं बटालियन के एक हेड कांस्टेबल प्रेम सागर की मौत हो गई। अधिकारी ने बताया, ‘सुबह साढ़े आठ बजे पुंछ जिले के कृष्णगाती सेक्टर में नियंत्रण रेखा पर बीएसएफ चौकी पर पाकिस्तानी (सेना) चौकी की ओर से रॉकेट और स्वचालित हथियारों से भारी गोलीबारी की गई। ’