फाजिल्का- 11 जून को बीएसएफ की गोलियों का शिकार होने के बाद खुदा की रहमत से जिन्दा बचे पाक तस्कर ने किये अहम् खुलासे ! घटना के बाद आज पहली बार पुलिस रमजान को लेकर पहुंची घटना स्थल भारत-पाक सीमा पर, मारे गए अपने पाक तस्कर साथियों और खुद के पाक नागरिक होने के दिए अन्य पुख्ता प्रमाण, पुलिस का दावा भारत में तस्करी करने वाले पाक तस्करों में फैला डर !
11 जून को तडके पंजाब के जिला फाजिल्का से सटे अंतर्राष्ट्रीय भारत-पाक सीमा पर भारत की सीमा में दाखिल हुए तीन तस्करों पर जिला पंजाब पुलिस और बी एस एफ के सांझे ऑपरेशन दौरान के जवानों द्वारा दागी गई गोलियां का शिकार हुए तीन में से दो की मौके पर ही मौत हो गयी थी जबकि एक रमजान को घायल हालत में पुलिस ने अपनी हिरासत में ले लिया था ! इनके पास से भारी मात्रा में हथियार सहित 15 किलो हिरोइन भी बरामद की गयी थी !
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घायल रमजान पुत्र नवाज अली ने प्रारंभिक पुछ-ताछ दौरान अपने आप को गांव शेख सार थाना खुडिया जिला कसूर पाकिस्तान का वासी बताते हुए मारे गए अपने दोनों साथियों को भी पाकिस्तान का वासी बताया था, मृतक दोनों पाकिस्तानी तस्करों सबंधी कागजी कारवाई पूरी करने के बाद बी एस एफ ने शवो को उनके परिवारजनों तक पहुँचाने के लिए पाक रेंजर्स को उनके सबंधी तथ्य और बाकी चीजे दे कर शवो को लेने को कहा लेकिन पाक रेंजर्स ने बी एस एफ को मृतकों का पाक नागरिक होने से साफ़ इनकार कर दिया है ! जबकि इनका एक साथी रमजान आज भी पंजाब पुलिस की गिरफ्त में है ! और बार बार यही बात दोहरा रहा है कि ” वह पाकिस्तानी है, उनका मुल्क पाकिस्तान है ” लेकिन पाकिस्तान उनके पाकिस्तानी होने से साफ़ इनकार कर रहा है !
इस ऑपरेशन में अहम् भूमिका निभाने वाले जिला पुलिस मुखी फाजिल्का नरेंदर भार्गव का कार्य सरहनीय रहा जिन्होंने अपने गुप्तचर से पाक तस्करों द्वारा भारत में दाखिल होने की सुचना मिलने के बाद बी एस एफ के आला अधिकारीयों तक पहुंचाई और बड़ी सफलता भी हासिल की ! पुलिस रमजान से गहनता से पूछ-ताछ कर रही है और पाकिस्तान में बैठे अन्य तस्करों के बारे में भी जानकारी हासिल कर रही है !
आज एस एस पी नरेंदर भार्गव की अगुवाई में पुलिस टीम ने रमजान को भारत-पाक सरहद पर घटना स्थल वाली जगह पर लाकर बड़ी गहनता से जांच की, उससे यहाँ तक पहुँचने और पहुँचाने वालो के बारे में जानकारी एकत्रित की गई, किस तरह से वह पाक रेंजर्स की नजरो के सामने भारत की जमीन पर उतरे, यहाँ तक की और कौन कौन है जो भारत में तस्करी कर रहे या फिर करवा रहे है !
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जिन्दा पाक तस्कर रमजान ने बताया कि वह पाकिस्तान के भाखर गांव डाकखाना खुड़ियाँ जिला कसूर का वासी है, चार छोटे छोटे उसके बच्चे है और वह सात भाई है, उसके पिता का नाम नवाब है और उसके पिता के वालिद का नाम हस्त है, मेहनत मजदूरी का काम करते है !
शौंके के साथ वह यहाँ आया था और वह ” माल ” ( हिरोइन ) लाहौर वासी शहजाद नाम के व्यक्ति के पास से लेकर आता था, इससे पहले भी वह एक खेप भारत लेकर आया था और यह उसका दूसरा चक्कर था, पहली खेप पहुँचाने के बाद उसको पैसे नहीं दिए गए थे और इस बार खेप पहुँचाने के बाद पहले वाले पैसे साथ दिए जाने का लालच उसे दिया गया था, उसके कहा कि उसके 4 बच्चियां है और वह वापिस पीछे जाना चाहता है, उसके दोनों साथी शौंका और भफ्फा गोलियां का शिकार हुए है !
एस एस पी नरेंदर भार्गव ने कहा कि जिन्दा पाक तस्कर रमजान ने बताया कि उसको पैसो का लालच दिया गया था कि मालामाल कर दिया जायेगे इसके इलावा उसके दिलो-दिमाग में यह बात बिठाई गई थी कि सरहद पर के लोग ‘ काफ़िर ‘ है और उनको किसी भी तरह से कमजोर करना है, अगर वह लोग कमजोर होंगे तभी हमारा मुल्क राज कर सकता है, इन्ही बातों को लेकर उसको मोटीवेट किया गया था , उन्होंने कहा कि जो बात ओर्गानायीज तरीके से काम करते है और उनको उधर से बहुत सपोर्ट भी मिलती है !
रिपोर्ट- @इन्द्रजीत सिंह