नई दिल्ली – मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद अरविंद केजरीवाल ने जनता को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री बनने से पहले मैंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बात की। उनसे दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा देने की मांग की। उनसे कहा कि दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार है, केंद्र में आपकी सरकार है। इससे अच्छा मौका हमें नहीं मिला सकता, जब हम इस मांग को पूरा कर सकते हैं।
केजरीवाल ने कहा कि मैंने केंद्र सरकार से सकारात्मक सहयोग की मांग की। उन्होंने कहा कि जो हमारे एमएलए नहीं हैं, वो भी हमारे विधायक हैं। पूरी दिल्ली हमारी है, चाहें भले ही हमें तीन क्षेत्रों से मत नहीं मिला हो। व्यापारियों से कहा कि आप सही समय पर टैक्स भर देना एक भी पैसा चोरी नहीं होने दूंगा। एक-एक पाई को विकास काम में लगाएंगे।
दिल्ली से वीआईपी कल्चर खत्म करने की शुरुआत करने की मांग की। मुख्यमंत्री हो या मंत्री कोई लाल बत्ती की गाड़ी से नहीं चलेगा। यूरोप जैसा कल्चर लाना चाहता हूं, जहां पीएम भी बस स्टॉप पर खड़े मिल जाते हैं। बड़ा घर नहीं लूंगा, बस उतनी ही जगह चाहिए, जितने से हमारा काम चल जाए।
किरण बेदी बड़ी बहन की तरह हैं, मैं उनकी इज्जत करता हूं। उन्हें पुलिस प्रणाली का अच्छा अनुभव है, जहां जरूरत होगी हम उनकी मदद लेंगे। कांग्रेसी नेता अजय माकन अच्छी नीतियां बना लेते हैं। हम उनकी भी मदद लेंगे। हर पार्टी के अच्छे नेताओं से हम समय-समय पर मदद लेंगे। हमें पार्टीबाजी नहीं करनी है।
आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं को सोना-हीरा करार दिया। कहा कि नेताओं को तो पद मिल गए, शोहरत मिल गई। मगर, कई गुमनाम चेहरे, जो अपनी नौकरी और दुकानें बंद कर हमारे अभियान में जुड़े, उन्हें क्या मिला। उन्होंने यह मेहनत अरविंद केजरीवाल के लिए नहीं की, आम आदमी पार्टी के लिए नहीं की। यह मेहनत उन्होंने दिल्ली के सुनहरे भविष्य के लिए की है।