ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लमीन (एआईएमआईएम) के प्रमुख असदउद्दीन ओवैसी ने मंगलवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को उनके कार्यकाल में हुई माब लिंचिंग (भीड़ द्वारा मारपीट) की घटनाओं के लिए सबसे ज्यादा याद किया जाएगा।
असम में कथित रूप से बीफ बेचने पर भीड़ द्वारा एक व्यक्ति के साथ मारपीट करने की खबर का हवाला देते हुए ओवैसी ने कहा, ‘ये घटनाएं मोदी का पूरी जिंदगी भूत की तरह पीछा करेंगी क्योंकि प्रधानमंत्री होने के नाते वह ऐसी घटनाएं नहीं रोक नहीं पाए।’
उन्होंने इस कथित घटना को भयावह करार दिया और कहा कि 68 वर्षीय व्यक्ति के साथ मारपीट की गई क्योंकि वह बीफ बेच रहा था।
हैदराबाद से लोकसभा सदस्य ने यहां ‘प्रेस से मिलिए’ कार्यक्रम में कहा, ‘…वह पिछले 35 साल से इस धंधे में है। तब उसे पोर्क (सुअर का मांस) खाने के लिए बाध्य किया गया। ये बेढब लोग…. वे इंसान कहलाने लायक नहीं हैं…. वे जानवर हैं।’
उन्होंने कहा, ‘श्री नरेंद्र मोदी की धरोहर… सबसे बड़ी चीज, जिसके लिए मोदी याद किए जाएंगे, वह यह है कि उनके इस महान देश के प्रधानमंत्री रहने और सत्ता में उनके रहने की वजह से भीड़ द्वारा मारपीट और ऐसी घटनाएं बढ़ीं।’
उन्होंने दावा किया कि भीड़ द्वारा मारपीट की घटनाओं में शामिल सभी लोग मोदी के समर्थक हैं और उनकी हिम्मत बढ़ गई है क्योंकि उन्हें पता है कि उनके पास एक ऐसा प्रधानमंत्री है जो उनकी विचारधारा का समर्थन करता है।
लोकसभा चुनाव में हैदराबाद से फिर से जीतने की कोशिश में लगे ओवैसी ने आरोप लगाया कि ‘लव जिहाद’, ‘घर वापसी’, ‘भीड द्वारा मारपीट’ और ‘गाय’ से जुड़ी घटनाएं मोदी के 2014 में प्रधानमंत्री बनने के बाद हुईं।