हरियाणा कांग्रेस के पूर्व चीफ अशोक तंवर ने आज इस्तीफा देने के बाद पार्टी के भीतर की आंतरिक कलह को उजागर किया।
उन्होंने साफ कहा कि आज बहुत सी ताकतें ऐसी हैं, जो कहती हैं कि देश को कांग्रेस मुक्त करना है पर कांग्रेस मुक्त उनसे नहीं हो रहा है।
तंवर ने कहा कि वास्तव में कांग्रेस के भीतर ही कुछ लोग हैं जो भारत और हरियाणा को कांग्रेस मुक्त करना चाहते हैं।
उन्होंने कहा कि आज पार्टी अस्तित्व के संकट से जूझ रही है, उसकी वजह बाहरी नहीं आंतरिक है। आगे क्या बीजेपी में जाएंगे, इस सवाल पर उन्होंने कहा कि फिलहाल वह किसी भी पार्टी में नहीं जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने कांग्रेस पार्टी को मारने का काम किया, आज उन्हीं को तवज्जो मिल रही है। अभी बहुत सी राजनीतिक हत्याएं होना बाकी है, कई हत्याए हो चुकी हैं। मैं अकेला नहीं हूं, बहुत लंबी लाइन है।
तंवर ने कहा कि कुछ लोग हरियाणा ही नहीं बल्कि देश को कांग्रेस मुक्त करना चाहते हैं। उन लोगों के कर्म राक्षस वाले हैं। वे पांच साल विदेशों में घूमते हैं और चुनाव आने पर प्रकट हो जाते हैं।
उन्होंने कहा कि भाजपा से ऑफर आया, लेकिन मैं कहीं नहीं जा रहा हूं। दूसरी पार्टी से भी ऑफर मिला था। राहुल ने जिन्हें तैयार किया, अब साजिश के तहत उन्हें मारने का प्रयास हो रहा है।
बता दें कि अशोक तंवर हरियाणा कांग्रेस के पूर्व प्रधान थे और टिकट बंटवारे की वजह से नाराज चल रहे थे।
उन्होंने पार्टी की नई प्रदेश प्रधान कुमारी सैलजा पर टिकट बेचने का आरोप लगाया था। इसके विरोध में उन्होंने पार्टी में मिले सभी पदों से इस्तीफा दे दिया था और बीते दिन ही उन्हें स्टार प्रचारक घोषित किया गया था। लेकिन शनिवार को बड़ा फैसला लेते हुए तंवर ने पार्टी ही छोड़ दी।
अशोक तंवर का कहना है कि क्या सिस्टम है इसका खुलासा होना चाहिए। मुझमें सही को सही कहने का जज्बा है। राहुल गांधी भी तो यही चाहते थे कि सब कुछ पारदर्शी हो, लेकिन कोई मान नहीं रहा है। कांग्रेस भक्ति की जगह पार्टी में हुड्डा भक्ति चल रही है।
अशोक तंवर ने ये भी साफ किया कि उन्हें सोनिया गांधी से कोई नाराजगी नहीं है। कौन मजबूत है ये समय बताएगा। पार्टी में मेरे साथी कहां जाएंगे, ये उनका अधिकार है। पार्टी में जमीनी नेताओं की बात नहीं सुनी जा रही है। जो कमेटी बनती है, उसमें भी अपनों को शामिल किया जाता है।
अशोक तंवर ने कहा कि सुनवाई के लिए पार्टी में सिस्टम बनाने की जरूरत है। अगर कांग्रेस हारती है तो वही लोग जिम्मेदारी लेंगे।