ड्यूटी पर तैनात पुलिस वालों ने गश्त के दौरान इन्हें देखा तो घर के अंदर जाने की अपील की। साथ ही समझाया की कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने के लिए सोशल डिस्टेंस बनाकर रहें।
इंदौर : शहर के चंदन नगर इलाके में बुधवार को कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने में जुटी टीम पर फिर से हमला किया गया। इस बार इलाके के लोगों ने पुलिस पर हमला किया।
पुलिसवाले वहां भीड़ लगाकर खड़े लोगों को घर के अंदर जाने के लिए कह रहे थे। लेकिन, वहां इकट्ठा लोगों ने पुलिसकर्मियों पर पथराव शुरू कर दिया। पुलिस वालों ने जैसे-तैसे अपनी जान बचाई।
इंदौर के टाटपट्टी बाखल इलाके में स्वास्थ्य विभाग की टीम के बाद अब चन्दन नगर इलाके में पुलिस पर हमला किया गया। यहां पुलिस और प्रशासन की बार-बार अपील के बाद भी लोग घरों के बाहर गली में झुंड बनाकर खड़े बातें कर रहे थे।
ड्यूटी पर तैनात पुलिस वालों ने गश्त के दौरान इन्हें देखा तो घर के अंदर जाने की अपील की। साथ ही समझाया की कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने के लिए सोशल डिस्टेंस बनाकर रहें।
पुलिस की यह सलाह लोगों को इतनी नागवार गुजरी कि उन्होंने पुलिस वालों को पत्थर मारना शुरू कर दिया। इलाके के युवक पुलिस वालों के पीछे-पीछे भागे और उन्हें पत्थर मारते रहे। पुलिस वालों ने भागकर अपनी जान बचायी।
इंदौर में कोरोना वॉरियर्स पर हमले की ये तीसरी घटना है। सबसे पहले रानीपुरा में स्वास्थ्य विभाग की टीम के साथ लोगों ने अभद्रता की थी और उन पर थूका था। उसके बाद टाटपट्टी बाखल इलाके में स्वास्थ्य विभाग की टीम पर पथराव किया था। उस टीम में शामिल दो महिला डॉक्टर हमले में घायल हो गयी थीं।
इस घटना की देशभर में निंदा हुई थी। देश के गृहमंत्री अमित शाह ने इसकी रिपोर्ट तलब की थी। हमले में पीड़ित महिला डॉक्टरों से खुद राज्यपाल ने बात कर उनका हौसला बढ़ाया था।
सीएम शिवराज सिंह चौहान ने हमले की निंदा करते हुए कहा था कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।
हालात बिगड़ते देख खुद प्रदेश के डीजीपी विवेक जौहरी ने वहां का दौरा कर लोगों से अपील की थी कि वो कोरोना के खिलाफ लड़ाई में पुलिस प्रशासन का साथ दें। हमले के साथ आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया था।