लखनऊ : नई टेक्नोलॉजी व नेट की बेहतर कनेक्टिविटी के इस्तेमाल से हम समाज के ग्रामीण व निचले तबके को और बेहतर सेवाएं प्रदान कर सकते है, जिससे तहसीलों पर आने वाले ग्रामीण व गरीब शिकायतकर्ता/ पीड़ितो को समय बध्य व पारदर्शी तरीके से न्याय मिल सके। इसके लिए अभी और बेहतर ट्रेनिंग की जरुरत है। ये कहना है अतुल हर्ष का जो यूपी पीसीएस- 2017 में पीसीएस अधिकारी (नायब तहसीलदार) के पद के लिए चयनित हुए है।
सरल स्वभाव के अतुल बताते है की सुबह का वक़्त, खुशनुमा व शांत वातावरण में पढ़ना सबसे अच्छा होता है। ये समय पढ़ने व कॉम्पिटिशन की तैयारी के लिए सबसे बेहतर समय होता है।
क्रिकेट खेलने के शौकीन अतुल बताते है की पीसीएस की तैयारी को लेकर पिछले काफी समय से खेलने का वक़त ही नहीं मिल पाया। सुबह पांच बजे उठना और दिन में आठ से दस घंटे पड़ने की आदत से आज उनको ये सफलता मिली है।
लखनऊ की एक जानी-मानी आईएएस/ पीसीएस कोचिंग ने अतुल को बड़े ही बेहतर तरीके से गाइड किया। उन्होंने अपनी कोचिंग के टीचर्स को भी अपनी इस सफलता का श्रेय दिया।
मूलतः अतुल का परिवार बिंदकी, फतेहपुर जिले का रहने वाला है। अतुल ने लखनऊ के महानगर बॉयस स्कूल से पढाई पूरी की और लखनऊ में रह कर कॉम्पिटिशन की तैयारी की और सफल हुए।
हसमुख स्वभाव के अतुल बताते है की मेरी इस सफलता में घर के सभी सदस्यों ने भी मुझे बड़ा सहयोग किया है। गोमती नगर घर पर रिश्तेदारों व जानने वालों का ताता लगा हुआ है। लोग मिठाई खिला कर, फूल माला पहना कर उनको बधाईया दे रहे है। घर पर ख़ुशी का माहौल है।
@शाश्वत तिवारी