ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज मिशेल जॉनसन ने इंटरनेशनल क्रिकेट और फर्स्ट क्लास क्रिकेट से संन्यास की घोषणा कर दी है। वाका टेस्ट उनके इंटरनेशनल करियर का आखिरी मैच होगा। पिछले कुछ समय से जॉनसन अच्छी फॉर्म में नहीं हैं। मौजूदा टेस्ट में उन्होंने 157 रन खर्चकर महज एक विकेट लिया। पर्थ में यह किसी भी ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजी द्वारा टेस्ट में सबसे महंगा स्पेल था। जॉनसन के कहा, ‘मुझे लगता है कि गुडबाय कहने का यह बेस्ट समय है। अपने देश के लिए खेलने का हर पल मैंने आनंद उठाया। यह शानदार सफर रहा।’
उन्होंने कहा, ‘लेकिन हर सफर का अंत आता है। वाका मेरे लिए खास रहा है। बहुत सोच समझकर मैं यह फैसला ले रहा हूं। मेरे करियर में उतार-चढ़ाव रहे। मैंने जो कुछ भी हासिल किया मुझे उस पर गर्व है। एशेज सीरीज जीतना और वर्ल्ड कप जीतना मैं हमेशा याद रखूंगा। इससे पहले ऑस्ट्रेलिया पूर्व कप्तान मार्क टेलर ने कहा था कि उन्हें बिल्कुल आश्चर्य नहीं होगा कि न्यूजीलैंड के खिलाफ वाका में जारी दूसरे टेस्ट मैच के साथ ही जॉनसन का करियर भी खत्म हो जाएगा।
पर्थ टेस्ट में उतरने से पहले 34 वर्षीय जॉनसन ने भी कहा था कि वह इन दिनों हमेशा संन्यास के बारे में ही सोचते रहते हैं। जॉनसन की इसी टिप्पणी पर टेलर ने कहा कि इस तरह की मानसिकता से संकेत मिलता है कि जॉनसन का करियर समाप्ति के करीब है।
पर्थ टेस्ट के तीसरे दिन रविवार को रॉस टेलर और केन विलियमसन ने बेहद शानदार बल्लेबाजी करते हुए ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों को विकेट के लिए तरसा दिया, खासकर जॉनसन का प्रदर्शन बेहद निराशाजनक रहा। मिशेल जॉनसन ने 72 टेस्ट मैचों में 28.10 की औसत से 310 विकेट लिए हैं वहीं 153 वनडे मैचों में 25.26 की औसत से उनके नाम पर 239 विकेट दर्ज हैं। 30 टी-20 मैचों में उन्होंने 38 विकेट झटके हैं।