भगवान राम, पत्नी सीता के साथ 14 वर्ष के वनवास और लंका विजय के बाद जब अयोध्या आए तो अयोध्यावासियों ने खुशियों से अयोध्यानगरी को दीपों से सजा दिया और दीवाली मनाई। आपने ये प्रसंग या तो पढ़ा या सुना होगा, लेकिन अब यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ छोटी दीपावली यानि 18 अक्टूबर को एक बार फिर त्रेता युग के उसी वैभव को अलग तरह से दोहराने जा रहे हैं। इस कार्यक्रम के साक्षी अयोध्यावासियों के साथ-साथ विदेशी सैलानी भी होंगे।
18 अक्टूबर यानि छोटी दीपावली के दिन अयोध्या का मुख्य आकर्षण होगी। राम से जुड़े अलग-अलग काण्ड पर आधारित झाकियां जो अपने भव्य स्वरूप में दिखाई देगी। ट्रकों पर बने मंच पर शोभायमान कुल 11 झाकियां होंगी, जिसके सामने लोक कलाकार संबंधित काण्ड से जुड़ी नृत्य नाटिका प्रस्तुत कर रहे होंगे।
भगवान राम के स्वागत में उमड़ेगी अयोध्या
यह शोभायात्रा अयोध्या स्थित साकेत महाविद्यालय से दोपहर बाद 2 बजे निकलकर अयोध्या की सड़कों से गुजरती हुई लगभग 3 किलोमीटर के सफर के बाद शाम 4 बजे रामकथा पार्क पहुंचेगी। रास्ते में लोग इन शोभायात्राओं पर पुष्प वर्षा कर रहे होंगे और खुशियां मनाते हुए जयकारे लगा रहे होंगे।
इसके पीछे न सिर्फ अयोध्या के साधू संत दिखाई देंगे बल्कि अयोध्यावासी भी झूमते, गाते और इठलाते हुए खुशियाँ मनाते दिखाई देंगे। रामकथा पार्क में यूपी के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी और राज्यपाल रामनाईक ही नहीं बल्कि प्रदेश और केंद्र के कई मंत्री भी मौजूद रहेंगे, जो राम-सीता लक्ष्मण का स्वागत और पूजन अर्चन करेंगे। यही पर राम दरबार लगेगा और राम का राज्याभिषेक होगा।
रामजन्म से लेकर लवकुश तक को प्रतिबिंबित करने की कोशिश
कार्यक्रम के लिए अयोध्या की सड़कों को ठीक किया जा रहा है तो रामदरबार भी बनाया जा रहा है। बढ़ी हुई घासों को काटा जा रहा है और इस कदर सजाया जा रहा है कि त्रेता युग के वैभव को प्रतिबिंबित किया जा सके। कुल 11 झांकियां हैं। इसमें रामजन्म से लेकर लवकुश तक का, राज्याभिषेक तक कुल 11 झाकियां हैं, जो अलग-अलग परिवेश में सजाई जाएंगी।
इन झांकियों में जीवंत कलाकार अभिनय करेंगे, इस पर दिन रात काम चल रहा है जो बुधवार तक पूरा हो जाएगा। इस आयोजन से जुड़े आचार्य सत्येन्द्र दास ( मुख्य पुजारी रामलला ) कहते हैं कि जिस समय भगवान राम अयोध्या आए थे, तो उनके ऊपर पुष्प वर्षा हुई थी। उसी प्रकार से यहां पुष्प वर्षा होगी।
त्रेता युग के कालक्रम के दृश्यांकन की तैयारी
दास के मुताबिक ऐसा मालूम होगा कि जैसे साक्षात राम लक्ष्मण और सीता लंका विजय करके अयोध्या आ गए हैं। पूरे अयोध्या के लोग उनके स्वागत के लिए चलेंगे। ऐसा माहौल होगा जैसे भगवान त्रेता युग में आए थे और आने के बाद जो स्वरूप और जो स्थिति रही वही दीपावली के एक दिन पहले छोटी दीपावली के दिन दृश्य दिखाई देगा।
रामकथा पार्क के बाद 5.45 बजे योगी सीधे सरयू तट पर जाएंगे, जहां सबसे पहले सरयू का 15 मिनट तक पूजन होगा। इसके बाद 5100 बत्ती की महाआरती होगी। इसके लिए सरयू तट पर स्टेज बनाया जा रहा है, जिस पर योगी आदित्य नाथ मौजूद रहेंगे। इस दौरान 11 पुजारी वैदिक मंत्रोच्चार करेंगे।
इसके बाद मुख्यमंत्री राम की पैड़ी पर जाएंगे। वहां दीपोत्सव का कार्यक्रम है। 1 लाख 71 हजार दीपों को प्रज्वलित किया जाएगा और आरती में ‘ॐ जय सरयू माता’ का जाप लगातार होता रहेगा। इसके साथ ही 11 वैदिक ब्राह्मण मंत्रोचार करते रहेंगे, जब तक आरती चलती रहेगी।
5100 दीयों से होगी सरयू की आरती
महाआरती के मुख्य पुरोहित शशिकांत दास ( पुरोहित महाआरती ) बताते हैं कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को आना है, जिसमें 15 मिनट तक मां सरयू जी का पूजन और अभिषेक होगा। इसके बाद 5100 दीपों से मां सरयू जी की आरती करेंगे।
कुम्हारों को दिया दो लाख दीयों का ऑर्डर
इसके बाद सरयू तट से सटे 1,71, 000 दीपों को जलाकर एक साथ दीप जलाने का विश्व रिकार्ड बनाने की तैयारी है। इसके लिए 2 लाख दीयों का ऑर्डर दिया जा चुका है, जिसके निर्माण के लिए बड़ी संख्या में कुम्हार लगे हैं और घर-घर दीये बनाए जा रहे हैं। कुम्हार इससे उत्साहित तो है ही साथ ही उन्हें इस बात की खुशी भी है कि वह त्रेता युग के इस महाआयोजन में भागीदार बनने जा रहे है।
दीये बनाने का काम करने वाले विनोद प्रजापति ने बताया कि 2 लाख दीयों को ऑर्डर है इसमें 50 ग्राम तेल आना चाहिए। इन दीयों को योगी आदित्यनाथ जलाएंगे। इसमें से 1 लाख दीये पहुंचा दिए हैं और 1 लाख कल तक पहुंचा देंगे।
18 अगस्त को कुछ ऐसा होगा अयोध्या का नजारा
यूँ तो सरयू में दीपदान भी होता है और अयोध्या के मंदिर हो या घर सभी सजाये भी जाते हैं, लेकिन इस बार अयोध्या रोशनी में नहाई नजर आने वाली है। कुछ इस तरह जैसे किसी उत्सव की उन्मुक्तता में डूबी हो।
फैजाबाद हवाई पट्टी से उड़ान भरेंगे भगवान राम
राम अपने भाई लक्ष्मण और पत्नी सीता के साथ फैजाबाद हवाई पट्टी से हेलिकॉप्टर में सवार होकर सीधे अयोध्या के रामकथा पार्क पहुंचेंगे। जहां खड़ाऊं लेकर योगी आदित्यनाथ और राज्यपाल रामनाइक उनकी अगवानी करेंगे। उसके बाद उनका पूजन अर्चन होगा और बाकायदा रामदरबार लगेगा और उनका राज्याभिषेक किया जाएगा।
यह सब उसी तरह दिखाई देगा जैसे त्रेता युग में लंका विजय के बाद भगवान राम के पुष्पक विमान से अयोध्या पहुंचने पर हुआ था। इस सबको देखते हुए सुरक्षा की व्यापक व्यवस्था भी की गई है। सरयू में जल पुलिस की टुकड़ियां गश्त करती दिखाई देंगी तो सड़कों पर पुलिस और अर्धसैनिक बल के जवान गश्त करेंगे।
सरयू के घाट पर पौने 2 लाख दीये जलाने की तैयारी
इस कार्यक्रम का शुभारम्भ दिन के 2 बजे शोभा यात्रा से होगा जो 4 बजे रामकथा पार्क पहुंचेगी, जहां मुख्यमंत्री और राज्यपाल स्वागत करेंगे। मंच पर लाभार्थियों के कई कार्यक्रम होंगे, आवास, बिजली कनेक्शन और कुछ बच्चों और महिलाओं को वस्त्र और उपहार भी दिया जाएगा।
इसके बाद 6 बजे के करीब घाट पर सरयू आरती के लिए जाएंगे। मुख्यमंत्री के आदेश पर रोज आरती का कार्यक्रम हो रहा है। इसके ही वृहद रूप में लगभग पौने 2 लाख दिए जलाने का कार्यक्रम है।
योगी आदित्यनाथ के कार्यक्रम का सबसे खास पहलू त्रेता युग के उस दृश्य को अवतरित करना है, जिसमें भगवान राम लंका विजय के बाद भाई लक्ष्मण और पत्नी सीता के साथ अयोध्या पहुंचे थे और भाई भरत उनकी खड़ाऊं लेकर अगवानी को दौड़े थे और फिर उनका राजतिलक किया गया था।
भरत की भूमिका में होंगे CM योगी
इस बार भी पुष्पक विमान की तरह ही हेलिकॉप्टर होगा, जो फैजाबाद हवाई पट्टी से राम-लक्ष्मण और सीता को लेकर सीधे अयोध्या के रामकथा पार्क पहुंचेगा, जहां भरत की जगह योगी आदित्यनाथ और राज्यपाल रामनाइक उनकी अगवानी करेंगे।
समय कुछ इस तरह रखा गया है कि 18 अक्टूबर को शाम 4 बजे जैसे ही योगी आदित्यनाथ फैजाबाद हवाई पट्टी पर उतरने के बाद सड़क मार्ग से अयोध्या के रामकथा पार्क पहुंचेंगे। वैसे ही साकेत से निकली शोभा यात्रा की रामलीला झाकियां भी पहुंचेंगी।
खड़ाऊं लेकर अगवानी करेंगे योगी आदित्यनाथ
अभी योगी इन शोभा यात्राओं का निरीक्षण ही कर रहे होंगे कि तभी फैजाबाद हवाई पट्टी से राम-लक्ष्मण और सीता को लेकर हेलिकॉप्टर सीधे रामकथा पार्क पहुंचेगा, जहां योगी खड़ाऊं के साथ उनकी अगवानी करेंगे।