अयोध्या में मस्जिद निर्माण कार्य के लिए काशी के महामंडलेश्वर स्वामी आशुतोषानंद ने अपनी ओर से मस्जिद निर्माण में प्रथम ईंट चांदी की देने का आग्रह किया है। बुधवार को बिरदोपुर स्थित कैलाश मठ में प्रेसवार्ता के दौरान निरंजनी अखाड़े के महामंडलेश्वर स्वामी अशुतोषानंद गिरि ने कहा कि अयोध्या में जैसे श्रीराम का मंदिर निर्विवाद रूप और सबके सहयोग से बन रहा है, वैसे ही वहां पर जल्द ही मस्जिद का भी निर्माण होना चाहिए।
वाराणसी: अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण शुरू हो गया है। वहीं, मंदिर के शिलान्यास के बाद मस्जिद निर्माण पर विचार शुरू हो गया। सुप्रीम कोर्ट ने मस्जिद निर्माण के लिए 5 एकड़ जमीन देने का आदेश दिया था। 5 अगस्त को मंदिर निर्माण में शिलान्यास के समय पहली ईंट चांदी की रखी गई थी। अब काशी के संतों ने मस्जिद निर्माण के लिए पहली चांदी की ईंट देने की बात कही है।
अयोध्या में मस्जिद निर्माण कार्य के लिए काशी के महामंडलेश्वर स्वामी आशुतोषानंद ने अपनी ओर से मस्जिद निर्माण में प्रथम ईंट चांदी की देने का आग्रह किया है। बुधवार को बिरदोपुर स्थित कैलाश मठ में प्रेसवार्ता के दौरान निरंजनी अखाड़े के महामंडलेश्वर स्वामी अशुतोषानंद गिरि ने कहा कि अयोध्या में जैसे श्रीराम का मंदिर निर्विवाद रूप और सबके सहयोग से बन रहा है, वैसे ही वहां पर जल्द ही मस्जिद का भी निर्माण होना चाहिए।
अयोध्या से आपसी सौहार्द का संदेश पूरे विश्व में जाए, यही हमारी कामना है। अगर उस पांच एकड़ जमीन पर भव्य मस्जिद का निर्माण हिंदू-मुस्लिम मिलकर करें तो केवल मस्जिद नहीं बनेगी, दिल बनेगा, प्रेम बनेगा और प्रेम बढ़ेगा।
हम सभी को मिलकर कारसेवा करनी होगी, जिससे दुनिया के सामने एक मिसाल कायम हो। धर्म लड़ना नहीं सिखाता है, पर हम सीख जाते हैं। धर्म आपस में प्रेम सिखाता है, और हम नहीं सीख पाते हैं।
कार्यक्रम संयोजक प्रवीर चंद्र अग्रवाल ने कहा कि कितनी विडंबना है कि पूरे देश में प्रेम की एक भी इमारत नहीं है। मानव प्रेम की इमारत कहां है क्योंकि इसकी जरूरत नहीं समझ में आई। उन्होंने बताया कि सद्भाव की चांदी की पहली ईंट जो सात किलो छियासी ग्राम (7.86 kg) की होगी, उसे हम मुस्लिम समुदाय को भेंट करेंगे।
उन्होंने कहा कि कल्पना करिए मस्जिद की मीनारें हिंदुओं की कारसेवा से बनीं, तब क्या आप मुझसे प्रेम नहीं करेंगे। आगामी दिनों में दिलों को जोड़ें मुहिम की संक्षिप्त यात्रा अयोध्या के लिए होगी, जिसमें हम लोग मुस्लिम पक्षकारों विशेष तौर पर हाशिम अंसारी से मुलाकात करेंगे।