नई दिल्लीः साल 2018 के लिए मोदी सरकार की ओर से लाए गए बजट पर पूरे देश में बहस जारी है। इस बजट से किसे क्या मिला या किसकी उपेक्षा हुई, समेत विभिन्न सवालों का जवाब देने में एक्सपर्ट्स से लेकर आम लोग तक जुटे हुए हैं। हर साल की भांति जहां सत्ता पक्ष ने इसे संतुलित और गरीबों-किसानों के हित वाला बताया है, वहीं विपक्ष ने आरोप लगाया है कि बिना योजना तैयार किए 50 करोड़ लोगों के लिए स्वास्थ्य बीमा का ऐलान कर दिया गया।
हालांकि, बाबा रामदेव मोदी सरकार के बजट से संतुष्ट दिखे। उन्होंने माना कि इस बजट को किसानों को केंद्र में रखकर तैयार किया गया है। एक टीवी चैनल पर कार्यक्रम में रामदेव ने कहा कि कालाधन और भ्रष्टाचार के मुद्दे पर उन्होंने केंद्र सरकार को जो सुझाव दिए थे, उन पर सरकार काम कर रही है। रामदेव ने बजट की ऐसी तारीफ की कि एक मौका ऐसा आया जब एंकर ने रामदेव से कहा कि वह मोदी सरकार का बचाव कर रहे हैं। इसके जवाब में रामदेव ने मजाकिया अंदाज में कहा, ‘आप बहुत बहस करते हो। मैं आपसे पूछता हूं कि अगर आपको बजट बनाना होता तो मोदी जी से क्या खास बना देते? वो अपना सुना दो पिटारा। बहुत बड़ा पत्रकार बनते हो।’ इसके जवाब में वरिष्ठ पत्रकार देवांग ने कहा कि आप एंकर बहुत अच्छा बन सकते हैं। इस पर रामदेव ने कहा, ‘मैं आप लोगों को बेरोजगार नहीं देखना चाहता।’
एबीपी न्यूज पर आयोजित कार्यक्रम बजट सम्मेलन में रामदेव ने माना कि इस वक्त भारतीय राजनीति में पीएम मोदी का विकल्प नहीं है। रामदेव ने कहा कि इस बजट में मिडल क्लास के लिए कुछ खास नहीं हुआ, हालांकि उन्होंने यह भी माना कि देश की तरक्की के लिए गरीबों का विकास किया जाना ज्यादा जरूरी है। रामदेव ने कहा कि पांच लाख की इनकम पर टैक्स में छूट मिलनी चाहिए थी। उन्होंने कहा कि किसानों की बेहतरी के लिए और कदम उठाने होंगे। कम से कम किसी बजट में किसान की बात तो हुई।
रामदेव ने कहा कि शेयर बाजार में निवेश से हुई कमाई पर इनकम टैक्स लगाने का फैसला ठीक नहीं है। हालांकि, गरीबों को पढ़ाई और दवाई देने की सोच अच्छी है। रामदेव के मोदी सरकार के प्रति झुकाव को लेकर जब किसी ने पूछा कि इसकी वजह पिछली सरकार से उनकी तल्खी तो नहीं? पूछा गया कि वह कांग्रस से पुरानी कड़वाहट भुलाकर उन्हें माफ क्यों नहीं कर देते? इस पर बाबा रामदेव ने कहा कि बीजेपी को सत्ता में आए 4 साल हो चुके हैं। इसके बावजूद उन्होंने कोई ऐसा काम नहीं किया जिससे यह साबित हो कि वह बदले के लिए कुछ कर रहे हैं। रामदेव के मुताबिक, उन्होंने कभी भी राहुल गांधी या सोनिया गांधी की कोई आलोचना नहीं की।