योगगुरु बाबा रामदेव ने कहा है कि अगर पीएम मोदी ने जल्द ही पेट्रोल-डीजल की कीमतों पर काबू नहीं पाया तो अगले लोकसभा चुनाव में यह मोदी सरकार के लिए बहुत महंगा साबित हो सकता है।
रविवार को हिंदी न्यूज चैनल एनडीटीवी के कार्यक्रम में पहुंचे रामदेव ने यह भी कहा कि साल 2019 के लोकसभा चुनाव में वह पीएम मोदी के पक्ष में चुनाव प्रचार नहीं करेंगे। अब वह हर दल के हैं।
खास बात यह है कि साल 2014 के लोकसभा चुनाव में नरेंद्र मोदी के पक्ष में खूब प्रचार करने वाले रामदेव ने 2018 में यह बात कही है।
2014 के चुनाव प्रचार में रामदेव ने नरेंद्र मोदी की खूब तारीख की थी। तब उन्होंने कहा था कि नरेंद्र मोदी ही हैं जो कांग्रेस को हरा सकते हैं। कांग्रेस की विदाई में ही देश की भलाई है। योगगुरु ने राहुल गांधी पर भी खूब निशाना साधा। तब रामदेव ने कांग्रेस को कोसते हुए कहा, ‘इस पार्टी ने देश के साथ गद्दारी की है। कांग्रेस के दाग ऐसे हैं जिन्हें किसी भी पाउडर से धोया नहीं जा सकता। इसलिए कांग्रेस की विदाई में ही देश की भलाई है। नरेंद्र मोदी ही देश को स्थाई सरकार दे सकते हैं। मोदी के सिवा किसी में हिम्मत नहीं की वो कांग्रेस को हरा सके।’
2014 के लोकसभा चुनाव प्रचार में बाबा रामदेव ने राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा था कि कांग्रेस का युवराज, नरेंद्र मोदी के सामने नादान बालक सा लगता है। वह मोदी को टक्कर देने की हैसियत में नहीं है।
मगर 2018 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रति योगगुरु के तेवर थोड़े सख्त हैं। रविवार को उन्होंने कहा कि बहुत से लोग मोदी सरकार की नीतियों की तारीफ करते हैं। मगर इनमें कुछ बदलाव की जरुरत है।
पेट्रोल-डीजल की ऊंची कीमतें बड़ा मुद्दा हैं। इसमें मोदी को जल्द ही सुधारात्मक काम करना होगा। वरना महंगाई की आग मोदी सरकार को बहुत महंगी पड़ेगी। रामदेव के मुताबिक मोदी सरकार को पेट्रोल-डीजल के दाम कम करने के लिए जरुरी कदम उठाने होंगे।
इस दौरान उनसे जब पूछा गया कि क्या 2014 की तरह उन्हें अभी भी मोदी सरकार पर विश्वास है? तो वह इससे बचते नजर आए। इसके अलावा जब उनसे पूछा गया कि क्या वो इस बार भी पीएम मोदी के पक्ष में चुनाव प्रचार करेंगे। इस जवाब में उन्होंने तपाक से कहा, ‘मैं उनके पक्ष (बीजेपी और पीएम मोदी) में प्रचार नहीं करुंगा। मैंने खुद को राजनीति से वापस खींच लिया है। मैं सभी पार्टियों का हूं और मैं स्वतंत्र हूं।’
इसके अलावा रामदेव ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आलोचना करना लोगों का बुनियादी अधिकार है, लेकिन उन्होंने अच्छे काम भी किए हैं। जैसे क्लीन इंडिया मिशन और खुद के शासनकाल में कोई बड़ा घोटाला नहीं होने दिया।