जिन लोगों ने रिलायंस जियो का सिम लिया था उनके लिए एक बुरी खबर है। जियो के यूजर्स का डेटा लीक हो गया है। रिलायंस जियो के भारत में 12 करोड़ से भी ज्यादा यूजर्स हैं। यह डेटा magicapk.com (मैजिकएपीक डॉट कॉम) नाम की वेबसाइट पर लीक हुआ है। यह वेबसाइट 18 मार्च 2017 को godaddy.com से रजिस्टर की गई।
हालांकि इस साइट के बारे में कोई और डेटा अभी उपलब्ध नहीं है। यह डेटा कैसे इस वेबसाइट के पास पहुंचा, इसकी कोई जानकारी नहीं है। लीक होने वाले डेटा में वह सभी जानकारियां हैं जो कि आधार कार्ड में दी हुई होती हैं। आधार कार्ड के माध्यम से ही रिलायंस जियो ने अपने सिम लोगों को दिए थे।
अपना नया सिम देने के लिए जियो ने कोई और डॉक्यूमेंट नहीं लिया था सिर्फ आधार कार्ड से ही ऑनलाइन यूजर्स का डेटा लेकर सिम दिए थे। अब आधार कार्ड में उपलब्ध जियो यूजर्स की सभी जानकारियां इस वेबसाइट पर लीक हो गई हैं। हालांकि रिलायंस जियो ने कहा है कि यह डेटा असली है या नहीं इसकी जांच की जा रही है।
वहीं जियो ने दावा किया है कि इस वेबसाइट पर दिखाई गई पूरी जानकारी का कोई पुख्ता प्रमाण नहीं है और यह सब गलत है। रिलायंस जियो के डेटाबेस में की गई इस सेंधमारी के बारे में सबसे पहले fonearena.com ने बताया है। वरुण क्रिस के मुताबिक जब इस वेबसाइट पर उन्होंने अपनी और अपने साथियों की डिटेल्स को देखा तो वह दंग रह गए।
रविवार रात करीब 11:40 पर देखा गया तो यह वेबसाइट इंटरनल सर्वर एरर दिखाने लगी। इस बात का पता नहीं चल पाया है कि यह साइट क्रैश हो गई है या फिर इसे अथॉरिटीज ने बंद कर दिया है।
‘रिलायंस जियो का डेटाबेस सुरक्षित’
रिलायंस जियो ने अपने डेटा के हैक होने की खबरों का खंडन करते हुए कहा है कि जिस वेबसाइट पर जियो के डेटा होने का दावा किया जा रहा है, उसे बंद कर दिया गया है। मैजिकएपीके डॉट कॉम ने रविवार को दावा किया था कि उसने जियो के डेटा को हैक कर लिया है और जियो के उपभोक्ताओं की निजी जानकारियां उसकी वेबसाइट पर हैं।
जियो के प्रवक्ता ने जारी बयान में कहा, “वेबसाइट के दावे असत्यापित और निराधार हैं। हम इसकी जांच कर रहे हैं। प्रथम दृष्टया डेटा अप्रमाणिक प्रतीत हो रहे हैं। प्रवक्ता ने बताया, “हम अपने उपभोक्ताओं को आश्वस्त करना चाहते हैं कि उनका डेटा सुरक्षित है और हम इसकी सुरक्षा बनाएं रखेंगे। ग्राहक डेटा जरूरत पड़ने पर सिर्फ प्रशासन के साथ ही साझा किया जाएगा। हैकर्स की वेबसाइट बंद कर दी गई है।
इस वेबसाइट का डोमेन भारत में पंजीकृत है, लेकिन डोमेन पंजीकरण सेवाओं के बारे में कोई जानकारी उपलब्ध नहीं है। जियो के बयान के मुताबिक, “हमने पुलिस को वेबसाइट के दावों के बारे में सूचित कर दिया है। हम यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि इस दिशा में सख्त कदम उठाए जाएं।”