रीवा- मध्य प्रदेश के रीवा में बजरंग दल के 25 कार्यकर्ताओं पर एक पादरी और उसके दोस्त को पीटने का आरोप लगा है। टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर के मुताबिक गुरुवार को बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने पादरी और उसके दोस्त को अगवा कर उसके साथ मारपीट की। उनके कपड़े फाड़ दिए और रस्सियों से बांधकर पिटाई की। बजरंग दल के कार्यकर्ताओं का आरोप है कि पादरी और उसके दोस्त जबरन धर्म परिवर्तन करा रहे थे।
दरअसल, शुरुआत में मामला कुछ और ही था। पुलिस को जानकारी मिली थी कि एक पादरी को बजरंग दल के लोगों ने अगवा कर लिया है। इसके बाद गुरुवार (21 जुलाई) को पुलिस इन लोगों को बजरंग दल के लोगों से पास से छुड़वाने गई। इन लोगों को गदरा गांव में बंदी बनाकर रखा हुआ था। दोनों की खूब पिटाई भी की गई थी।
पुलिस ने बताया कि उन्हें जब ये लोग मिले तो दोनों की आंखों पर पट्टी थी और उन्हें पेड़ से बांधा हुआ था। पुलिस ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि उन्हें 4 बजे छुड़वाया गया था। फिलहाल पुलिस ने बजंरग दल के 13 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। मामला गुरुवार को ही दर्ज कर लिया गया था लेकिन अबतक किसी को पकड़ा नहीं जा सका है।
हालांकि पुलिस ने पादरी और उसके दोस्त को बजरंग दल से कार्यकर्ताओं से छुड़ा लिया है और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया है। पादरी रामलाल कोरी और उसका दोस्त नंदलाल कोरी मऊगंज पुलिस स्टेशन इलाके में पहाड़ी गांव के गदरा मोहल्ला के रहने वाले हैं।
पुलिस ने इस मामले में अब तक 13 लोगों की पहचान कर उन्हें गिरफ्तार किया है। दूसरी ओर विश्व हिंदू परिषद के यूथ विंग बजरंग दल की ओर से शिकायत पर पादरी और उसके दोस्त को जबरन धर्म परिवर्तन कराने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। कोर्ट ने दोनों को न्यायिक हिरासत में भेजा है।
पुलिस का कहना है कि पादरी रामलाल और नंदलाल अपने घर पर कोई धार्मिक कार्यक्रम कर रहे थे, भी अरविंद तिवारी की अगुवाई में 25 लोग वहां पहुंचे।