पाकिस्तान के बालाकोट में भारतीय वायुसेना की ओर से की गई एयर स्ट्राइक में मारे गए जैश आतंकियों की संख्या को लेकर देश में अभी भी विवाद बना हुआ है।
इसी बीच अब नई रिपोर्ट सामने आई है जिसके मुताबिक दावा किया गया है भारतीय हमले में जैश के 130 से 170 आतंकी मारे गए थे।
यह रिपोर्ट ऐसे समय पर आई जब पाकिस्तान सरकार ने भारतीय पत्रकारो को बालाकोट की स्थिति देखने का निमंत्रण दिया है।
इटली के पत्रकार और लेखक फ्रांसेस्का मरीनो ने स्ट्रिंगरसिया में प्रकाशित एक रिपोर्ट में कहा कि भारत द्वारा 26 फरवरी की सुबह जो एयरस्ट्राइक की गई है उसे बड़ी संख्या में जैश कमांडर मारे गए हैं।
सूत्रों के हवाले से मरीनो ने आगे कहा कि बम गिराने के करीब ढाई घंटे बाद बालाकोट से 20 किलोमीटर दूर शिनकियारी से पाकिस्तानी आर्मी यूनिट लोकेशन पर आई।
इसके बाद पाकिस्तानी आर्मी घायलों को शिनकियारी में स्थित हरकत-उल-मुजाहिद्दीन कैंप में लेकर गई जहां पर आर्मी के डॉक्टरों ने उनका इलाज किया।
स्थानीय सूत्रों का कहना है कि इस कैंप में करीब 45 लोगों का इलाज चल रहा है जबकि करीब 20 लोग गंभीर चोट के कारण मर चुके हैं। जो लोग स्वस्थ हो रहे हैं वे लोग अभी भी आर्मी की कस्टडी में हैं और उन्हें अभी डिस्चार्ज नहीं किया गया है।
मरीनो ने बताया कि अब जहां से पहाड़ी एरिया शुरू होता है वहां पर एक नया साइन बोर्ड लगा दिया गया है जिससे पता चलता है कि पहाड़ी पर तालीम-अल-कुरान है। जबकि पहले इस जगह के मसूद अज़हर से संबंधित होने के संकेत मिलते थे।
जिस जगह पर हमला किया गया था वह इलाका अभी भी सेना के नियंत्रण में है और इसे मुजाहिद बटालियन के कैप्टन रैंक का अधिकारी भी वहां मौजूद है। कैंप तक जाने की किसी को भी इजाजत नहीं दी जा रही है।
सेना के अलावा यहां पर पुलिस को भी जाने की इजाजत नहीं है। यह रिपोर्ट पाकिस्तान की सेना के उस दावे की पोल खोलती है, जिसमें उसने कहा था कि भारत द्वारा बालाकोट में किए गए हवाई हमले में किसी भी तरह का नुकसान नहीं हुआ है।
पाकिस्तान ने यहां तक दावा किया था कि बालाकोट की सच्चाई को देखने के लिए वह भारतीय पत्रकारों को क्षेत्र का दौरा कराने की हर सुविधा प्रदान करेगा।