अयोध्या में राम मंदिर निर्माण को लेकर विश्व हिंदू परिषद द्वारा 25 नवंबर को धर्म सभा के आयोजन से पहले बलिया से बीजेपी विधायक सुरेंद्र सिंह ने कहा कि ‘भगवान राम’ का मंदिर लोग खुद बना लेंगे।
उन्होंने कहा कि जरूरत पड़ने पर उस दिन 1992 का इतिहास दोहराया जाएगा। जिस तरह 1992 में संविधान को ताक पर रखकर बाबरी मस्जिद ढहायी गई थी, जरूरत पड़ी तो संविधान को ताक पर रखकर राम मंदिर बनाया जाएगा।
अपने विवादास्पद बयानों को लेकर अक्सर चर्चा में रहने वाले बैरिया क्षेत्र से बीजेपी विधायक सुरेंद्र सिंह ने कहा कि नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री व योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री रहते यदि राम मंदिर का निर्माण नहीं हुआ तो कभी भी नहीं हो पाएगा।
उन्होंने दावा किया कि मोदी सरकार में ही राम मंदिर का निर्माण होगा। उन्होंने यहां तक कह डाला कि मंदिर निर्माण में अगर सरकार भी आड़े आएगी तो संघ के कहने पर हम लोग बीजेपी के विधायक होते हुए भी संघ की बात मानेंगे।
अयोध्या में 25 नवंबर को राम मंदिर निर्माण को लेकर विश्व हिंदू परिषद की विराट धर्म सभा व शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के कार्यक्रम को लेकर हलचल तेज हो गई है।
वहीं, दूसरी ओर ‘संजय राउत ने शुक्रवार को अयोध्या में कहा कि जब हमने 17 मिनट में बाबरी मस्जिद को ढहा दिया था, तो अब मोदी सरकार कानून लाने में देर क्यों कर रही है?
यहां मंदिर बनाने की पार्टी की मांग को दोहराते हुए उन्होंने ‘पहले मंदिर फिर सरकार’ का नारा दिया।
राउत ने स्पष्ट किया कि शिवसेना राम के नाम पर वोट नहीं मांगेगी। उन्होंने कहा कि राम मंदिर मामले का राजनीतिकरण नहीं होना चाहिए।
अयोध्या में धारा 144 लगाई जा चुकी है। शनिवार को अयोध्या में स्कूल-कॉलेज बंद रहेंगे। शहर की करीब 50 स्कूलों में सुरक्षाबलों के कैंप लगाए गए हैं।