परिवहन विभाग नहीं चाहता कि प्रदेश अनलॉक होते ही बसों में भीड़ उमड़े और इसके कारण कोरोना संक्रमण फिर से फैले। इसलिए बसों पर रोक जारी रखी गयी है।
भोपाल : कोरोना के कारण हालात भले ही काबू में आ रहे हों लेकिन एमपी में अभी एहतियात जारी रहेगा। अंतर्राज्यीय बसों की आवाजाही पर फिलहाल रोक रहेगी। अब इसे बढ़ाकर 15 जून कर दिया गया है।
प्रदेश के पड़ोसी चार राज्यों छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, राजस्थान और उत्तर प्रदेश से बसों के आने-जाने पर रोक लगी रहेगी। परिवहन विभाग ने इसका आदेश जारी कर दिया है।
मध्य प्रदेश में अंतर्राज्यीय बस सेवा पर प्रतिबंध को बढ़ा दिया गया है। इसे 15 जून तक कर दिया गया है। इन चार राज्यों से मध्य प्रदेश में यात्री बसों का संचालन नहीं हो सकेगा। अभी 7 जून तक बस सेवा पर प्रतिबंध था। परिवहन विभाग ने इसे एक हफ्ते के लिए और बढ़ा दिया है।
प्रदेश की सीमा से लगे चार राज्यों महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान के लिए अंतर्राज्यीय बसों पर प्रतिबंध15 जून तक के लिए बढ़ा दिया गया है। इस संबंध में परिवहन विभाग ने आदेश जारी कर दिए हैं।
राज्य के सभी जिलों में संक्रमण कम हो गया है लेकिन भीड़ होने पर फिर से ये महामारी फैल सकती है। इसी को ध्यान में रखकर यह निर्णय लिया गया है।
राजस्व एवं परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने बताया प्रतिबंध की अवधि 7 जून से बढ़ा कर 15 जून 2021 तक कर दी गई है।
राजपूत के निर्देश पर इस संबंध में चारों राज्यों के लिए अलग-अलग आदेश जारी किये गये हैं। उन्होंने बताया राज्य में कोरोना वायरस संक्रमण पर प्रभावी रोकथाम के लिए महाराष्ट्र, राजस्थान, उत्तरप्रदेश और छत्तीसगढ़ की ओर जाने और वहां से आने वाली बसों का संचालन 15 जून तक के लिए प्रतिबंध कर दिया गया है।
परिवहन विभाग नहीं चाहता कि प्रदेश अनलॉक होते ही बसों में भीड़ उमड़े और इसके कारण कोरोना संक्रमण फिर से फैले। इसलिए बसों पर रोक जारी रखी गयी है।
सचिव राज्य परिवहन प्राधिकार एवं अपर परिवहन आयुक्त (प्रवर्तन) अरविंद सक्सेना ने इस संबंध में आदेश जारी कर दिए हैं। आदेश में कहा गया है कि मध्यप्रदेश से महाराष्ट्र, राजस्थान, छत्तीसगढ़, उत्तरप्रदेश के लिए बसों के आने जाने पर रोक को 7 जून से बढ़ाकर 15 जून तक कर दिया गया है।