भोपाल- रिवॉल्वर रानी हर बोली पर गोली चला देती थी। इतना ही नहीं चंबल के बीहड़ उसकी गोलियों की तड़तड़ाहट से गूंजते रहते थे। लेकिन जब उसने अपराध की दुनिया छोड़कर सीधी जिंदगी गुजारनी शुरू की तो अपने ही ठगने लगे। हालात यहां तक आ गए हैं कि आज वो न्याय के लिए पुलिस अफसरों के पीछे घूम-घूम चप्पल घिस रही है।
जी हां हम बात कर रहे हैं कभी चंबल की घाटी में आतंक का पर्याय रह चुकी दस्यु सुंदरी शीला की। पति की प्रताड़ना से तंग पुलिस का चक्कर काट-काट कर थक चुकी शीला ने अब मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को ही धमकी दे दी है। शीला ने कहा है कि अगर उनकी पुलिस न्याय नहीं दिला पाई तो वह फिर से बंदूक उठाकर बीहड़ कूच कर जाएंगी और फिर चंबल की घाटी गोलियों से गरजेगी।
क्या है पूरा मामला
चंबल में डाकुओं का गोल छोड़कर आम जिंदगी शुरू करने वाली शीला को उसके पति कल्लू गुर्जर ने ही ठग लिया। शाली के मुताबिक पति कल्लू 85 हजार रुपये और नौ तोले गहने लेकर फरार हो गया है। पुलिस अधिकारियों के सामने दौड़ते-दौड़ते चप्पल घिस गई, मगर अब तक पति को पकड़ने में पुलिस नाकाम है। जिससे शीला का धैर्य जवाब दे गया है। साफ कह दिया है कि शिवराज सरकार की पुलिस का हाल यही रहा तो फिर से जुर्म की दुनिया में वह कूदने को मजबूर हो जाएगी।
किराना करोबारी के अपहरण को लेकर सुर्खियों में आई थी शीला
दो दशक तक शीला के आतंक से चंबल घाटी भी मानो कांपती थी। भिंड के बड़े किराना व्यपारी नवल शिवहरे का अपहरण कर शीला चर्चा में आई थी। दो दशक बीहड़ में गुजारने के बाद शीला ने आम आदमी की जिंदगी जीने के लिए पुलिस के सामने सरेंडर किया। जेल जाने के बाद जब छूटी तो पुनर्वास के तहत उसे सरकारी मदद से आंगनबाड़ी कार्यकत्री बनने का मौका मिला। फिर शीला ने नूराबाद के कल्लू गुर्जर से शादी कर ली। मगर कल्लू धोखा देकर उसके ही पैसे और गहने लेकर भाग निकला है।
दबंगों के चलते बनी खुंखार डकैत
दस्यु सुंदरी शीला मेंमवासा (जालौन) के रहनेवाली है। उसका भी हंसता-खेलता परिवार था। पिता माखन ने पीपरी गांव किसान लाखन से उसकी शादी की। गांव के दंबगों ने ससुराल में उसका जीना हराम कर दिया था। पति दंबगों का विरोध नहीं कर सका, जिसे वह सहन नहीं कर सकी। फिर, दो बच्चों को छोड़कर कुख्यात तिलक सिंह खंगार की गैंग में शामिल हो गई थी। [एजेंसी]