खंडवा : बैंकों के निजीकरण के प्रयासों के विरोध में यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस की दो दिवसीय राष्ट्रव्यापी बैंक हड़ताल के पहले दिन आज गुरुवार को हड़ताली बैंक कर्मचारी एवं अधिकारी सुबह पंजाब नैशनल बैंक के नगर निगम स्थित के सामने एकत्रित होकर प्रदर्शन एवं सभा का आयोजन किया। इस आयोजन मे सभी बैंक संगठन शामिल हुए।
बैंकों के निजीकरण को लेकर देशभर में सभी बैंक दो दिवसीय हड़ताल पर हैं। ऐसे में खंडवा में भी बैंक कर्मियों ने बैंकों में हड़ताल कर प्रदर्शन किया। बैंक कर्मियों का कहना है कि जिस तरह से सरकार बैंकों का विलय कर रही है या निजी करण का ही एक रास्ता है। निजी करण से ना सिर्फ बैंक कर्मियों को बल्कि आम जनता को भी बहुत अधिक नुकसान हो जाएगा। जो सुविधाएं बैंक निशुल्क देता था उसके भी पैसे लगने लगेंगे।
बैंक कंपलेक्स यूनियन के संतोष शर्मा ने कहा कि 1979 के बाद जब बैंकों का राष्ट्रीयकरण कर दिया गया, तभी से या मांग की जा रही है कि बैंकों का निजीकरण किया जाए। लेकिन अब यह मांग बहुत ज्यादा तूल पकड़ चुकी है।
उन्होंने कहा कि न सिर्फ बैंकों का निजीकरण किया जा रहा है बल्कि सार्वजनिक उपक्रमों का भी निजीकरण किया जा रहा है जो सही नहीं है। उन्होंने कहा कि निजी बैंक अगर दिवालिया होती है तो उसका असर सीधे-सीधे आम जनमानस पर पड़ता है इसलिए बैंकों का निजीकरण नहीं किया जाना चाहिए इसी के विरोध में आज यह प्रदर्शन रखा गया है।