नई दिल्ली- नोटबंदी के बाद पहली बार आज से दो दिनों के लिए बैंक बंद हैं। नोट बदलने का काम शुक्रवार से ही बंद हो चुका है। अब नए नोटों के लिए सारा जोर एटीएम पर ही होगा। लिहाजा एटीएम पर काफी भीड़ रहने की आशंका है। नोटबंदी के ऐलान के बाद आज 18वां दिन है। पिछले 17 दिनों से बैंक के बाहर और पिछले 16 दिनों से एटीएम के बाहर लोग लाइन में खड़े थे। कतार की तरह लोगों की परेशानियों का कारवां भी लंबा है। आज फिर से मुसीबतों में इजाफा तय है क्योंकि अगले 2 दिनों तक सरकारी और निजी बैंक रहेंगे और ग्राहकों का सामना गेट और शटर पर लटके ताले से होगा।
सारा जोर होगा ऐटीएम पर-
नोटबंदी का आज 18वां दिन है जिसमें इतने समय बाद आज बैंक लगातार दो दिन तक बंद रहेंगे।
वैसे तो अब सरकार द्वारा पुराने नोट बदलने की मियाद ख़त्म हो चुकी है।
जिसके बाद अब नए नोटों के लिए सारा जोर एटीएम पर ही होगा।
लिहाजा एटीएम पर काफी भीड़ रहने की आशंका जताई जा रही है।
पिछले 17 दिनों से बैंक और एटीएम के बाहर लोग लाइन में खड़े थे।
कतार की तरह लोगों की परेशानियों का कारवां भी लंबा है।
जिसके बाद आज फिर से मुसीबतों में इजाफा तय है।
ऐसा इसलिए क्योंकि अगले 2 दिनों तक सरकारी और निजी बैंक बंद रहेंगे।
इसके साथ ही ग्राहकों का सामना गेट और शटर पर लटके ताले से होगा।
दो दिन तक लगातार बैंक बंद होने से सबसे ज्यादा परेशानी उन लोगों को होगी जिनके पास ATM कार्ड नहीं हैं।
खासकर छोटे शहरों और पहाड़ी राज्यों में मुसीबत ज्यादा बढ़ने वाली है।
जहां बैंक की सुविधा एटीएम के मुकाबले अभी भी ज्यादा आसान है।
देश के कई राज्य और इलाके अभी भी ऐसे हैं जहां एटीएम की सुविधा नहीं है।
अगर है भी तो फासला सैकड़ों किलोमीटर तक का है।
जहां तक एटीएम की बात है तो वहां पहले से ही कतार लंबी है। दो दिनों की बैंकबंदी की वजह से लाइनों का लंबा होना तय है और ये भी तय है कि साप्ताहिक छुट्टियों की वजह से लोगों के सामने अलग से छुट्टी लेने का भी दबाव नहीं होगा। लिहाजा हर कोई एटीएम के बाहर ही नजर आएगा। अभी भी देश के 80 फीसदी से भी कम एटीएम काम कर रहे हैं और ऐसे में मशीनों पर दबाव उनकी तकनीकि क्षमता की जमकर परीक्षा लेने वाला है। वहीं बैंककर्मियों को 2 दिनों की राहत तो जरुर मिलेगी, लेकिन आम जनता की परेशानी बढ़ने वाली है।