नई दिल्ली- दुनिया भर में लोकप्रिय रियलिटी गेम पोकेमॉन गो को बरेली की विश्व प्रसिद्ध दरगाह आला हजरत ने फतवा जारी कर इसे हराम बताया है। दरगाह के मुफ्ती सलीम नूरी से दक्षिण अफ्रीका और मॉरिशस के मुस्लिमों की ओर से दरगाह से पोकेमॉन गो के बारे में सलाह मांगी गई थी।
नूरी ने पोकेमॉन गो के खिलाफ शनिवार को फतवा जारी किया है। उन्होंने कहा कि यह संभावना है कि इसे खेलते हुए खिलाड़ी मस्जिद में घुस जाएं। इसकी वजह से लॉ एंड ऑर्डर की समस्या हो सकती है।
उन्होंने कहा कि खेलने वाले अपने मोबाइल पर निगाहें गड़ाए रहते हैं। वे एक तरह से आभासी दुनिया में जी रहे होते हैं और वास्तविक दुनिया को भूल जाते हैं। यह बहुत ही खतरनाक है और दुनिया में इसके चलते बहुत सारी घटनाएं हो गई हैं। पोकेमॉन के चलते ऐसी आशंका भी है कि आदमी चलते हुए वाहनों के चपेट में आ जाएं। यह असुरक्षित है और इस्लाम में हराम है।
‘परिवार को भी परेशानी’
मुफ्ती ने गेम को हराम बताया है।
नूरी ने कहा कि अगर कोई व्यक्ति पोकेमॉन का आदी हो गया है, तो इसकी वजह से परिवार को भी परेशानी का सामना करना पड़ता है।
उन्होंने बताया कि यह गेम शरीयत के खिलाफ है। मुफ्ती सलीम ने अपने फतवे के समर्थन में बताया कि गेम में शैतान को बेहद ताकतवर दिखाया गया है, जबकि शैतान को किसी भी धर्म में स्थान नहीं दिया गया है।
सबसे ज्यादा डाउनलोड
डाउनलोड के मामले में पोकेमॉन ने फेसबुक को मात दे दी है।
गेम में शैतान की तलाश में धार्मिक स्थलों के अंदर जूते पहनकर घुसते हुए दिखाया गया है। एक वजह गेम में कैमरा और मैप का इस्तेमाल किया गया है। सलीम ने कहा कि यह तीनों चीजें शरीयत के अनुसार हराम और नाजायज हैं।
क्या है पोकेमॉन गोः
यह एक रियलिटी गेम हैं। जो निन्टेंडो कैरेक्टर्स पर आधारित हैं। जैसे, Squirtle और Pikachu हैं। पोकेमॉन गो आईओएस और गूगल प्ले स्टोर से सबसे ज्यादा डाउनलोड किया जाना वाला साफ्टवेयर है। इसके साथ ही यह दुनिया में सबसे ज्यादा यूज किया जाना वाला ऐप है। इस रेस में इसने फेसबुक को मात दे दी है।