मुंबई : पूर्व भारतीय क्रिकेटर यूसुफ पठान को डोप टेस्ट में फेल होने की वजह से बीसीसीआई के निर्देश पर बड़ौदा रणजी टीम से बाहर किया गया था। पठान को पिछले वर्ष टूर्नामेंट के दौरान हुए डोप टेस्ट में प्रतिबंधित पदार्थ टर्बुटेलाइन के सेवन का दोषी पाया गया।
ऐसी जानकारी मिली कि जब यूसुफ की तबीयत ठीक नहीं थी तब उन्होंने ब्रोजेट नामक दवाई ली जिसमें टर्बुटेलाइन नामक पदार्थ था। खिलाड़ी को कोई विशेष दवाई लेने के लिए थेरेप्यूटिक यूज एक्जेम्पशन (टीयूई) का आवेदन करना होता है। पठान ने इस तरह का कोई आवेदन नहीं किया, उनके टीम के डॉक्टर ने भी इस तरह की दवाई के उपयोग के लिए पूर्व में अनुमति नहीं ली।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार यूसुफ ने अपनी टीम के डॉक्टर की सलाह पर यह दवाई ली और उन्हें नहीं पता था कि इसमें कोई प्रतिबंधित पदार्थ शामिल था। यूसुफ पठान अब प्रदीप सांगवान के बाद डोप टेस्ट में फेल होने वाले दूसरे भारतीय क्रिकेटर बन गए। दिल्ली के तेज गेंदबाज सांगवान को 2013 में डोप टेस्ट में फेल होने की वजह से 18 महीनों के लिए बैन किया गया था।
पूर्व भारतीय क्रिकेटर यूसुफ पठान को डोप टेस्ट में फेल होने की वजह से बीसीसीआई के निर्देश पर बड़ौदा रणजी टीम से बाहर किया गया था। पठान को पिछले वर्ष टूर्नामेंट के दौरान हुए डोप टेस्ट में प्रतिबंधित पदार्थ टर्बुटेलाइन के सेवन का दोषी पाया गया।
ऐसी जानकारी मिली कि जब यूसुफ की तबीयत ठीक नहीं थी तब उन्होंने ब्रोजेट नामक दवाई ली जिसमें टर्बुटेलाइन नामक पदार्थ था। खिलाड़ी को कोई विशेष दवाई लेने के लिए थेरेप्यूटिक यूज एक्जेम्पशन (टीयूई) का आवेदन करना होता है। पठान ने इस तरह का कोई आवेदन नहीं किया, उनके टीम के डॉक्टर ने भी इस तरह की दवाई के उपयोग के लिए पूर्व में अनुमति नहीं ली।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार यूसुफ ने अपनी टीम के डॉक्टर की सलाह पर यह दवाई ली और उन्हें नहीं पता था कि इसमें कोई प्रतिबंधित पदार्थ शामिल था। यूसुफ पठान अब प्रदीप सांगवान के बाद डोप टेस्ट में फेल होने वाले दूसरे भारतीय क्रिकेटर बन गए। दिल्ली के तेज गेंदबाज सांगवान को 2013 में डोप टेस्ट में फेल होने की वजह से 18 महीनों के लिए बैन किया गया था।