बैतूल- जंगलों में नदी, नाले, पोखरों का पानी सूख जाने के चलते वन्य प्राणी गांव की और रूख कर रहे है। पानी की तलाश में गांव की और आई रीछ ने ग्राम घोघरी और चूनालोमा गांव में तांडव मचा दिया। दोनों गांव में रीछ ने हमला कर तीन लोगों पर हमला कर दिया। तीनों को गंभीर हालत में जिला अस्पताल भर्ती किया गया है। रीछ के इस हमले से ग्रामीण दहशत में है।
मिली जानकारी के मुताबिक शनिवार सुबह 6 बजे ग्राम घोघरी में जंगल से आई रीछ गांव में घुस गई। गांव में घुसते ही ग्रामीणों में हड़कम्प मच गया। लाठी के सहारे ग्रामीण रीछ को भगाने की कोशिश कर रहे है थे। उसी दौरान गांव के ही दशरथ पिता दामा दर्शिमा (27) पर रीछ ने हमला कर घायल कर दिया । रीछ के हमले से ग्रामीण भयभीत है। सूचना मिलते ही वन विभाग की टीम भी मौके पर पहुंची। रीछ ने युवक के सिर एवं हाथ पर हमला कर किया है। उसे गंभीर हालत में 108 एम्बुलेंस के कर्मचारियों ने त्वरित उपचार कर जिला अस्पताल भर्ती कराया गया ।सारणी रेंजर मंगेश बुन्देला हमले से घायल युवक को 1 हजार रूपए की तत्काल सहायता प्रदान की है।
वहीँ दूसरी घटना ताप्ती रेंज के ग्राम चूनालोमा में जंगल से आई रीछ ने एक आदिवासी महिला नानी बाई पति रामकू(45), के हाथ में काट लिया और सुखराम काड़मा को पैर में काट कर घायल कर दिया। ताप्ती रेंज के खेड़ी सर्किल में हुए रीछ के हमले के बाद वन अमला रीछ को पकडऩे अपने साथ पिंजरा ले गया, लेकिन रीछ जंगल की ओर जा चुका था।
डिप्टी रेंजर विरेन्द्र सिंह ठाकुर ने बताया कि दोनों घायलों को तत्काल ही 1-1 हजार रूपए की सहायता देकर जिला अस्पताल भेजा है ।
ग्रामीणों का कहना है कि रीछ पानी की तलाश में गांव की और आई और उसी दौरान उसने युवक पर हमला कर दिया। ग्रामीणों की कड़ी मशक्कत के बाद रीछ को जंगल की और भगाने में सफल हो गए !
जानकारों के मुताबिक रीछ का यह प्रजनन काल होता है । रीछ अपने आस पास किसी की भी मौजूदगी से परेशान हो कर हमला कर देता है । दूसरी बड़ी वजह जंगल में जल स्रोतों का सूखना भी है ।
@अकील अहमद