दमोह- जिले मेें लगातार विकास के कार्यों को होते देखा जा सकता है मामला सडकों के निर्माण का हो या फिर सौन्दर्यीकरण का या फिर सिद्धक्षेत्र बांदकपुर में जागेश्वरधाम का देखा जाये तो सभी निर्माण की पूर्णता की ओर अग्रसर दिखलायी देते हैं। इसको लेकर जहां जनता में प्रशासन में प्रसन्नता का माहौल देखा जा सकता है तो वहीं दूसरी ओर जिला प्रशासन के प्रति विश्वास बढने की बातें भी सामने आ रही हैं। वहीं इस समय अपर कलेक्ट्रर डा.जगदीश जटिया जो कि इस समय कलेक्ट्रर दमोह का कार्य देख रहे हैं ।
लगातार एक-एक स्थिति का जायजा लेते देखे जा सकते हैं। कभी भी किसी भी स्थान पर अचानक पहुंच विकास कार्यों पर नजर एवं निर्देश देते इनको देखा जा सकता है। ज्ञात हो कि सडक निर्माण में आने वाले बाधक अतिक्रमण को प्रशासन ने पूरी सख्ती के साथ तीन गुल्ली से स्टेशन चौराहा के मध्य का हटाते हुये एक बडे नाले के निर्माण के मार्ग को प्रशस्त कर दिया था। देखा जाये तो यह विशाल नाला निर्माण होने के अंतिम चरण में हैं।
बतलाया जाता है कि शहर के एक बडे भाग का पानी इसी से निकाला जायेगा जिससे बारिश में होने वाले जल भराव की स्थिति से काफी हद तक छुटकारा मिल सकेगा। डा.जटिया कहते हैं कि निर्माण में गुणवत्ता तथा समय सीमा दोनो पर नजर बनी हुई है,वहीं बिना किसी भेदभाव के हमने बाधाओं को दूर करने का प्रयास किया है। जो कार्य कलेक्ट्रर स्वतंत्र कुमार सिंह ने तय किये थे उनको ही समय सीमा पूर्ण कराने की मेरी प्राथमिकता है। वर्षा का समय प्रारंभ हो चुका है जितना कार्य सामने है उसको पहले समेटना है उसके बाद हम आगे बढेंगे।
अधिक मजबूती एवं गुणवत्ता-
शहर में निर्माणाधीन सडक एवं उसके साथ बन रही नाली के मामले में जो बात सामने आयी वह निश्चित रूप से प्रसन्नता वाली कही जा सकती है। जी हां अपर कलेक्ट्रर श्री जटिया के विशेष प्रयास से व्यस्तम एवं भारी वाहनों के निकलने वाले एक चौराहे पर दोगुनी सामग्री को लगाकर निर्माण कार्य जारी है। हम बात कर रहे हैं तीन गुल्ली चौराहे की जहां नाली के निर्माण में तय से अधिक सामग्री को लगाया जा रहा है। इस संबध में डिप्टी प्रोजेक्ट मैनेजर जेपी शर्मा ने बतलाया कि शहर में 10 एमएम की मेनबार यू शेप के लिये किया जा रहा है जबकि यहां यातायात के अति दबाब को देखते हुये हमने 12 एमएम का प्रयोग किया जा रहा है।
वह बतलाते हैं कि 10 एमएम की मेनबार की एक दूसरे के मध्य की दूरी 150 डिजाईन मे तय की गयी है। जबकि यहां हमने 12 एमएम की 100 एमएम की दूरी पर डाल रहे हैं। डिस्ट्रीव्यूशन बार के बारे में वह बतलाते हैं कि 08 एमएम को 200 एमएम एक दूसरे के मध्य रखी गयी जबकि यहां पर 10 एमएम को 150 एमएम का डिस्ट्रीब्युशन बांधा जा रहा है। श्री शर्मा बतलाते हैं कि वाल की मौटाई भी सामान्य स्थिति में 150 एमएम है जबकि यहां पर हमने 250 रखी है।
सडकों का निर्माण और सौन्दर्यकरण –
नगर में होते विकास में सडकों के निर्माण में लगातार तेजी देखी जा सकती है। वह दिन दुर नहीं जब शहर की सडकें अन्य विकसित शहर को टक्कर देते दिखलायी देंगी। यह सडकें पूर्व के मुकाबले अधिक चौडी एवं सौन्दर्यीकरण से युक्त बनने जा रही है। नगर के मध्य से होकर निकलने वाली सडक का नजारा कुछ जगहों पर तो फोर लाईन की तरह दिखलायी दे रहा है। प्राप्त जानकारी के अनुसार आर्कषक डिवाईडरों के साथ ,लाईट एवं चेकर टाईल्स भी लगाये जा रहे हैं।
जानकारों की माने तो इससे जहां एक ओर यातायात के बढते दवाब को कम किया जा सकेगा तो वहीं सुन्दरता से लोगों का एक अलग अनुभूति होगी। जबकि शहर के बाहर से वायपास का निर्माण भी किया जा रहा है जिसके चलते रेलवे ओवर ब्रिज का निर्माण हो जाने के बाद शहर से हैवी ट्रेफिक भी खत्म हो जाएगा। प्रभारी कलेक्ट्रर डॉ. जटिया के निर्देश एवं मार्गदर्शन में हमारा कार्य जारी है। वहीं डिप्टी प्रोजेक्ट मैनेजर जेपी शर्मा ने बतलाया कि शहर के मध्य 4.50 किलोमीटर फोर लाईन का निर्माण कराया जा रहा है जिसमें सडक के मध्य विद्युत खम्बे,डामरीकरण,जहां आवश्यक है वहां सीसी,पेवर ब्लाग लगाये जा रहे हैं।
सडकों पर कासन बोर्ड लगाने के साथ नालियों को कबर्ड किया जायेगा। तिराहों,चौराहों का विकास एवं चौडीकरण तथा ग्रामों में बस/ट्रक ले वाय भी बनाये जा रहे हैं। श्री शर्मा के अनुसार अस्पताल,पीडब्लुडी,सुलभ काम्पलेक्स की बाउंड्री वाल के साथ रानी दुर्गावती विद्यालय ,आंगनवाडी भवन एवं दो शौचालय के निर्माण को भी कराया जा रहा है। ज्ञात हो कि इस सडक का निर्माण बीओटी योजना के तहत् द्वारा कराया जा रहा है जिसमेें वह टोल के द्वारा अपना पैसा वसूलेगी।
विदित हो कि मप्र सडक विकास प्रधिकरण एमपीआरडीसी द्वारा दमोह-कटनी मार्ग पर 118 किमी सडक का निर्माण लगभग 276 करोड रूपए की लागत से किया जा रहा है। यहां फोर-लेन एवं टू लाईन सडक निर्माण के तहत नगर के मध्य से 4.50 किमी क्षेत्र से दो मार्ग निकला जा रहा है। इन्होने बतलाया कि कीर्ति स्तंभ से धरमपुरा होते हुये कटनी तक तक टू-लेन सडक का निर्माण हो रहा है। वहीं तीन गुल्ली से घंटा घर होते हुए कीर्ति स्तंभ तक फोर-लेन सडक बनाई जा रही है।
रिपोर्ट :- डा.एल.एन.वैष्णव