पश्चिम बंगाल में भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के रोड शो में हिंसा के बाद एक दूसरे पर आरोप लगाने का दौर शुरू हो गया है।
एक वीडियो क्लिप में सामने आया है कि कुछ युवाओं का समूह जिन्होंने भगवा रंग की शर्ट पहनी हुई है, विद्यासागर हॉस्टल के बाहर लगी ईश्वर चंद्र विद्यासागर की प्रतिमा को तोड़ रहे हैं। कोलकाता पुलिस इस संबंध में दो वीडियो क्लिप्स की जांच कर रही है।
एक अन्य वीडियो क्लिप में भगवा कमीज और पगड़ियां पहने लोग कैंपस में घुसकर पत्थरबाजी कर रहे हैं। इन लोगों ने भाजपा का झंडा लिया हुआ है।
मंगलवार को भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के रोडशो के दौरान तृणमूल कांग्रेस की छात्र इकाई तृणमूल छात्र परिषद् और भाजपा कार्यकर्ताओं के बीज झड़प हो गई थी।
इसके बाद से हिंसा की शुरुआत करने को लेकर दोनों पक्षों की तरफ से एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है।
इंडियन एक्सप्रेस ने इस संबंध में पुलिस अधिकारियों, प्रत्यक्षदर्शियों और विरोधी पक्ष से बातचीत की। इसमें सामने आया कि सभी लोग जानते थे कि रोडशो शुरू होने से पहले झड़प होनी है।
तृणमूल छात्र परिषद् ने रोडशो के रूट पर विरोध प्रदर्शन करने की योजना बनाई थी। वहीं भाजपा की तरफ से भी किसी भी तरह की अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए तैयारी पूरी थी।
58 लोगों की गिरफ्तारी
पुलिस सूत्रों ने बताया कि इस मामले में अब तक 58 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। ये लोग भाजपा के समर्थक बताए जा रहे हैं। वहीं, तृणमूल कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि हिंसा के लिए राज्य के बाहर से आए भाजपा कार्यकर्ता जिम्मेदार हैं।
सूत्रों का कहना है कि जिन लोगों को गिरफ्तार किया गया है उनमें राज्य के बाहर के लोग भी शामिल हैं। जबकि हुगली, बर्दवान, नॉर्थ 24 परगना के लोगों को भी गिरफ्तार किया गया है।
सोशल मीडिया, स्थानीय लोगों से मिली वीडियो फुटेज
वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, ‘हमें स्थानीय लोगों और सोशल मीडिया से विडियो फुटेज मिली है। इसमें बाहरी लोग घुसते दिखाई दे रहे हैं। ये लोग हॉस्टल परिसर को नुकसान पहुंचायाऔर प्रतिमा को तोड़ दिया।’
वहीं भाजपा नेता मुकुल रॉय का कहना है कि हमारे पास तस्वीरें हैं जो यह साबित कर देंगी की घटना के पीछे कौन लोग हैं।