नई दिल्ली- पश्चिम बंगाल में 2016 का विधानसभा चुनाव हारने के बाद कांग्रेस की राज्य इकाई अपने विजयी विधायकों से एक अलग तरह के स्टांप पेपर पर हस्ताक्षर करवा रही है। एक तरह से कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और पार्टी उपाध्यक्ष राहुल गांधी के प्रति अपनी वफादार रहने को लेकर लिए सभी विधायकों ने बॉन्ड भरा। कांग्रेस हाईकमान ने पार्टी प्रदेश अध्यक्ष के इस काम पर नाराजगी जताई है ! सूत्रों के मुताबिक, अधीर चौधरी ने बिना वरिष्ठ नेताओं को जानकारी दिए अपने स्तर पर विधायकों से यह बॉन्ड भरवाया है !
बताया जा रहा है कि विधायकों से इस शपथ पत्र पर हस्ताक्षर कराने का फैसला पार्टी के सांसदों, जिला स्तर के अध्यक्ष और राज्य स्तर के पार्टी नेताओं ने एक बैठक के बाद लिया !
राज्य कांग्रेस के अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी ने मंगलवार को जीते हुए सभी 44 विधायकों से एक शपथ पत्र पर हस्ताक्षर करवाए जिसमें लिखा था कि सभी विधायक सोनिया गांधी और राहुल गांधी के प्रति वफादारी रखेंगे। 100 रुपए के स्टांप पेपर वाले इस शपथपत्र में विधायकों ने यह सुनिश्चत किया है कि विधायक ‘किसी भी प्रकार की पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल’ नहीं होंगे। ये शर्तें 100 रुपए के स्टांप पेपर पर लिखकर जीते हुए सभी 44 विधायकों से साइन करवाई गई हैं।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक जब अधीर चौधरी से पूछा गया कि ऐसा क्यों करवाया जा रहा है ? तो उन्होंने कहा, ‘यह किसी तरह का बॉन्ड नहीं है जिसे जबरन भरवाया गया हो, या फिर जिसे ना मानने पर किसी के ऊपर कार्रवाई होगी। यह सबने पार्टी के प्रति अपनी वफादारी दिखाने के लिए खुद की मर्जी से साइन किया है।’
दो पन्ने के इस स्टांप पेपर के पहले प्वाइंट में लिखा हुआ है- मैं बिना किसी शर्त के इंडियन नेशनल कांग्रेस के प्रति अपनी निष्ठा व्यक्त करता हूं, जिसे अध्यक्ष सोनिया गांधी और उपाध्यक्ष राहुल गांधी के द्वारा संचालित किया जा रहा है। दूसरा प्वाइंट में लिखा है कि विधान सभा का हिस्सा होते हुए मैं पार्टी के खिलाफ हो रही किसी भी गतिविधि में शामिल नहीं रहूंगा। मैं पार्टी के खिलाफ कोई भी नकारात्मक बात भी नहीं कहूंगा। ऐसे किसी काम को करने की जरूरत लगने पर मैं पहले ही अपने पद से इस्तीफा दे दूंगा।