कोलकाता/नई दिल्ली : पश्चिम बंगाल के कुछ इलाकों में चल रहे सांप्रदायिक दंगो को लेकर वहां की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने आज मोदी सरकार पर निशाना साधा। बदुरिया और बशीरहाट में चल रहे विवाद को लेकर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा है कि इन घटनाओं की न्यायिक जांच के लिए अपील करेंगी। साथ ही उन्होंने दार्जिलिंग को लेकर कहा कि मैं अपिल करती हूं कि वो हिंसा का सहारा न करें उसके बदले वो शांति करें।
बसीरहाट जा रहे भाजपा नेता गिरफ्तार
पश्चिम बंगाल में सांप्रदायिक हिंसा की आग में झुलस रहे बसीरहाट जा रहे भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के तीन सांसदों को शनिवार को कोलकाता हवाई अड्डे के करीब हिरासत में ले लिया गया। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने बसीरहाट में स्थिति का जायजा लेने के लिए यह तीन सदस्यीय पार्टी प्रतिनिधिमंडल गठित किया था।
इस प्रतिनिधिमंडल में भाजपा की नई दिल्ली से सांसद मीनाक्षी लेखी, बागपत से सांसद सत्यपाल सिंह और राज्यसभा सदस्य ओम माथुर शामिल हैं।लेखी ने फोन पर आईएएनएस को बताया, “हम बसीरहाट जा रहे थे, लेकिन हमें हवाई अड्डे से एक किलोमीटर दूर आते ही हिरासत में ले लिया गया।”
तृणमूल कांग्रेस की राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए लेखी ने कहा, “इलाके में धारा 144 नहीं लगाई गई है। हमें हिरासत में लिए जाते वक्त किसी तरह का आदेश भी नहीं दिखाया गया, कि आखिर हमें हिरासत में क्यों लिया गया, जबकि हमने कोई अपराध भी नहीं किया था।”
लेखी ने कोलकाता में पत्रकारों से कहा, “मुख्यमंत्री ममता बनर्जी चाहे जो कहें, उससे सच्चाई बदल नहीं जाएगी। एक भाजपा कार्यकर्ता पर धारदार हथियार से हमला किया गया और उसे अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा है।हिरासत में लिए जाते वक्त ओम माथुर और पुलिसकर्मियों के बीच काफी कहासुनी हुई।
माथुर ने बंगाल पुलिस से कहा, “आपको पता है हम कौन हैं? हम सांसद हैं और अगर आपने हमें रोका तो संसद में आपके खिलाफ विशेषाधिकार हनन का मामला दर्ज कर दिया जाएगा और आप परेशानी में पड़ जाएंगे। हिरासत में लेकर सांसदों को कोलकाता हवाई अड्डा पुलिस थाने ले जाया गया। इससे पहले शुक्रवार को वाम दलों, कांग्रेस और भाजपा के एक प्रतिनिधिमंडल को भी बसीरहाट जाने से रोक दिया गया था। देखिये वीडियो