बैतूल- मध्य प्रदेश के बैतूल जिले में ख़राब फसलों और कर्ज से परेशान किसानो का आत्महत्या करने के मामले रुकने का नाम नहीं ले रहे । उस पर क़र्ज़ में दबे हुए किसानों पर बिजली के बिल की मार से अन्न दाताओं पर अत्याचार शोषण नहीं है !
ताजा मामला बैतूल के घोड़ाडोंगरी ब्लाक का है जहा बैंक का कर्ज और बिजली के बिल भरने के लिए पैसे नहीं होने के चलते एक महिला ने कीटनाशक पी कर आत्महत्या करने की कोशिश की है । घोड़ाडोंगरी ब्लाक के खारागोंदी गांव की महिला फुल्लो बाई के पति ने खेती बड़ी के लिए बैंक से पचास हजार रुपये का कर्ज लिया था ऊपर से 15 हजार रूपियो का बिजली का बिल भी आ गया था ।
महिला के मुताबिक इस साल ख़राब मौसम की वजह से फसले पूरी तरह चौपट हो गई थी जिससे परेशान होकर उसने कीटनाशक पी लिया है महिला जिला अस्पताल में भर्ती जहा उसका इलाज किया जा रहा है ! डॉक्टरों के मुताबिक फिलहाल महिला की हालत खतरे से बाहर है ।
वहीँ इस बात से बेखबर फुल्लो बाई के पति बुद्दू तुमडाम के मुताबिक उसे नहीं पता कि उसकी पत्नी ने कब जहर पी लिया वो घर से बहार था लेकिन उसकी पत्नी कई दिनों से बैंक के कर्ज और बिजली के बिल के चलते परेशान चल रही थी जिसके कारण ही उसने जहर पी लिया ।
अब देखना होगा कि प्रदेश के मुखिया शिवराज खुद को किसानों गरीबों का हमदर्द कहते हैं तो प्रदेश सरकार और जिला प्रशासन किसानो के द्वारा आत्महत्या के मामलो को रोकने के लिए क्या कदम उठाती है । या अन्नदाताओं को इसी तरह तड़पने और आत्महत्या को मजबूर रहने देगी !
@अकील अहमद