उत्तर प्रदेश बरेली में भगवान हनुमान का रूप धारण कर भीख माँगना एक युवक को महंगा पड़ गया, संदिग्ध दिखने पर पूछताछ की तो उसने अपना नाम नसीम बताया। लोगो का कहना था कि नसीम को देखकर लग रहा था कि वह हिन्दू मोहल्ले में रेकी करने आया है। फिलहाल पुलिस युवक के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।
भगवान हनुमान का रूप धारण कर सुभाषनगर क्षेत्र में भीख मांग रहे युवक को संदिग्ध दिखने पर कुछ लोगों ने पकड़ लिया। पूछताछ में उसने अपना नाम नसीम बताया तो लोगों ने पुलिस बुला ली। पकड़ने के बाद आरोपी ने कहा कि वह लैला-मजनू के भेष में भीख मांगता था। पहली बार हनुमान का रूप धरा था।
गुरुवार को मुरादाबाद के लालटीकर रोड निवासी नसीम हनुमान का रूप धरकर सुभाषनगर के अनुपम नगर में भीख मांग रहा था। बजरंग दल के महानगर संयोजक वरुण ने बताया कि वह अपने साथी एडवोकेट आलोक प्रधान के साथ घर जा रहे थे। इसी बीच वह दिखा। लोगों ने कहा कि हनुमान के भेष में कई बार चक्कर लगा चुका है।
संदिग्ध दिखने पर पूछताछ की तो उसने अपना नाम नसीम बताया। वरुण का कहना था कि नसीम को देखकर लग रहा था कि वह हिन्दू मोहल्ले में रेकी करने आया है। पूछताछ में आरोपी ने बताया कि वह लैला-मजनू का भेष में भीख मांगता है। पहली बार हनुमान बना था। वह तीन माह से डेलापीर की झोपड़पट्टी में अपनी पत्नी मुस्कान के साथ रह रहा है।
आरोपी के पास से आधार कार्ड भी मिला। इसका एक और साथी भी था जो फरार है। जबकी नसीम का कहना है कि उसने एक बाइक वाले से लिफ्ट मांगी थी जिसने उसे सुभाषनगर ढाल के पास छोड़ दिया था।
नसीम के अनुसार उसकी हिन्दू धर्म में है अधिक आस्था है नसीम हिन्दू धर्म में आस्था रखता है। उसकी मां और पत्नी दोनों हिन्दू हैं। पिता नदीम का छह साल पहले ही देहांत हो चुका है।
नसीम अपने पिता नदीम के समय से कुलदेवी और काली माता की पूजा करता है। वह कुलदेवी को भेंट में भेड़ की बलि चढ़ाता है। जबकी काली के पूजा में मदिरा चढ़ाई जाती है।
फिलहाल सुभाषनगर पुलिस ने नईम पर रूप बदलकर ठगी करने का मुकदमा दर्ज किया है। मुकदमे में धाराएं लगाने को लेकर पुलिस काफी देर तक माथा पच्ची करती रही।