चंद्रशेखर और ओमप्रकाश राजभर ने 2022 का विधानसभा चुनाव भागीदारी संकल्प मोर्चा नामक एक बड़े गठबंधन के हिस्से के रूप में लड़ने का फैसला किया। सुभासपा के महासचिव अरविन्द राजभर ने बताया कि बैठक में तय हुआ कि भीम आर्मी राजभर की अगुवाई वाले भागीदारी संकल्प मोर्चा का हिस्सा बनेगी।लखनऊ:2022 में यूपी विधानसभा चुनाव होने हैं, इसके लिए प्रदेश में अभी से सियासी जमीन तैयार होने लगी है। वहीं, प्रदेश में अपनी सियासी जमीन तलाश रहे भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर ने सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मंत्री ओमप्रकाश राजभर से मुलाकात की। बता दें कि भीम आर्मी के चीफ चंद्रशेखर ने उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव लड़ने का एलान किया है और वह मार्च में अपनी नई राजनीतिक पार्टी की घोषणा कर सकते है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, चंद्रशेखर और ओमप्रकाश राजभर ने 2022 का विधानसभा चुनाव भागीदारी संकल्प मोर्चा नामक एक बड़े गठबंधन के हिस्से के रूप में लड़ने का फैसला किया। सुभासपा के महासचिव अरविन्द राजभर ने बताया कि बैठक में तय हुआ कि भीम आर्मी राजभर की अगुवाई वाले भागीदारी संकल्प मोर्चा का हिस्सा बनेगी। उन्होंने बताया कि इसकी औपचारिक घोषणा अगले कुछ दिनों में कर दी जाएगी। बता दें कि यह बैठक करीब आधा घंटा चली।
वहीं ओमप्रकाश राजभर ने कहा, ‘सभी दलित, ओबीसी और अल्पसंख्यक इस मोर्चे में एक साथ आएंगे और हम बीजेपी को हराने की दिशा में काम करेंगे।’ राजभर ने लोकसभा चुनाव के बाद उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ की सरकार से बर्खास्त होने पर भारतीय जनता पार्टी से नाता तोड़ लिया था। इस बीच चंद्रशेखर ने लखनऊ के रविदास मंदिर का दौरा किया। उन्होंने परिसर के एक जीर्ण-शीर्ण छात्रावास में रहने वाले दलित छात्रों से मुलाकात भी की।
इस दौरान चंद्रशेखर को कड़ी सुरक्षा के बीच मंदिर ले जाया गया। भीम आर्मी के एक स्वयंसेवक ने कहा कि पुलिस केवल यह सुनिश्चित करने के लिए उनके साथ थी कि वह किसी भी सीएए विरोधी प्रदर्शन में भाग न लें। चंद्रशेखर ने बताया कि वह घंटाघर में चल रहे आंदोलन में हिस्सा लेने के लिए वहां जाना चाहते थे पर पुलिस ने कानून-व्यवस्था का हवाला देकर वहां जाने की इजाजत नहीं दी।