मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में शुक्रवर तड़के गणपति विसर्जन के दौरान नाव पलटने से 11 लोगों की मौत हो गई, जबकि कई लोग लापता हैं। यह घटना सुबह करीब 4:30 बजे हुई जब काफी संख्या में लोग नाव पर सवार होकर खाटलपुरा घाट पर गणपति को विसर्जित करने के लिए जा रहे थे। मध्य प्रदेश सरकार ने मृतकों के परिजनों को 11-11 लाख रुपये मुआवज़ा देने का एलान किया है।
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने अधिकारियों को भोपाल में नौका पलटने की घटना के मजिस्ट्रेटी जांच के आदेश दिए हैं। हादसे में मारे गए प्रत्येक व्यक्ति के परिजनों को 11-11 लाख रुपये का मुआवज़ा दिया जाएगा। इस घटना के लिए ज़िम्मेदार पाए गए लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
भोपाल (शहर) के पुलिस उप महानिरीक्षक इरशाद वली ने भाषा को बताया कि यह घटना छोटे तालाब के खटलापुरा घाट पर शुक्रवार तड़के करीब 4.30 बजे हुई। उन्होंने कहा कि हादसे के वक्त वे लोग गणेश प्रतिमा को विसर्जित करने गए थे। वली ने बताया कि शुरुआती जानकारी के मुताबिक इन दो नावों में 19 लोग सवार थे। 11 शव तालाब से निकाल लिए गए हैं। छह लोगों को सुरक्षित निकाला गया और दो लोगों की तलाश की जा रही है। मारे गए लोग पिपलानी इलाके के रहने वाले थे।
मौके पर मौजूद विधि मंत्री पी. सी. शर्मा ने संवाददाताओं को बताया कि नाव में एक पूरी उत्सव समिति के सदस्य सवार थे। वे जैसे ही बड़ी मूर्ति का विसर्जन करने लगे, नाव अचानक पलट गई। मरने वाले सभी 11 लोग नवयुवक थे। छह लोग बचा लिए गए हैं। स्थानीय खटलापुरा पर हुए हादसे में कलेक्टर तरुण पिथोड़े ने सभी मृतकों के परिजन को 11-11 लाख रुपए का मुआवजा देने की घोषणा की है।