खंडवा : सपनों का घर बनाने के लिए प्रधानमंत्री आवास योजना से देश भर में घर बन रहे हैं लेकिन मप्र के खंडवा में इस योजना से मिली रकम ने सगे भाईयों में रंजिश पैदा कर दी। नतीजतन दो बड़े भाई-भाभी ने मिलकर छोटे भाई की हत्या कर दी। पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। मामला खंडवा के जावर थाने के चीचली धोबीघाट गाँव का है।
खंडवा में प्रधानमंत्री आवास योजना से मिली राशि ने तीन घरों को बर्बाद कर दिया । सगे भाईयों में मकान बनाने की बात को लेकर इतना विवाद हुआ कि बड़े भाई भावसिंग, मालसिंग, भाभी शारदा और जमुना बाई ने मिलकर छोटे भाई लालसिंग की हत्या कर दी और पुलिस को गुमराह करने के लिए ऐसी कहानी रची कि किसी को उन पर शक न हो। करीब 27 दिन बाद आखिरकार इस अंधे कत्ल से पर्दा उठ ही गया।
एडीशनल एसपी महेन्द्र तारणेकर ने तेज़ न्यूज़ को बताया की मृतक लालसिंग के पिता झंवरसिंह और माँ वेस्तीबाई के नाम से प्रधानमंत्री आवास योजनांतर्गत डेढ़ लाख रूपए स्वीकृत हुए थे। मृतक इस राशि से अपनी मां के नाम से मकान बनाना चाहता था, जबकि उसके दोनों भाई इस रकम से अपना हिस्सा लेकर पत्नियों के नाम से मकान बनाने की बात पर अड़े हुए थे।
एडीशनल एसपी के अनुसार विवाद बढ़ता गया और 21 अप्रैल की रात दोनों भाईयों व भाभियों ने लालसिंग को मौत के घाट उतार दिया । भाइयों ने गांव के बाहर पुलिया के रपटे पर कुल्हाड़ी और पत्थर से अपने ही भाई की हत्या कर दी।
आरोपियों द्वारा पुलिस को गुमराह करने के लिए उसकी लाश को घर पर ले आए और सामान्य मृत्यु होने की सूचना पुलिस को दे दी। पुलिस के लिए यह सामान्य मृत्यु नही थी। इस अंधे कत्ल का कोई सुराग भी नही था। लेकिन हत्यारे कितने भी चालाक क्यों न हो कोई न कोई सुराग छोड़ ही देते है। आखिरकार हत्यारे घर मे ही निकले, वह भी सगे भाई। फिलहाल चारों आरोपी पुलिस की गिरफ्त में हैं। एक छोटे से लालच ने एक भरे पूरे परिवार को तो बर्बाद किया ही साथ ही खून के रिश्ते को भी दागदार कर दिया।