लखनऊ – उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने प्रदेश में सूखे की स्थिति के दृष्टिगत बीजों के वितरण की वर्तमान व्यवस्था में गरीब किसानों को अधिक से अधिक संख्या में बीज उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं। साथ ही उन्होंने गांवों में किसानों से सम्पर्क कर उनका पंजीकरण कराने के भी निर्देश दिए हैं उन्होंने कहा कि बीज वितरण में शिथिलता बरतने वाले अधिकारियों के विरुद्ध कठोर कार्यवाही की जाएगी मुख्यमंत्री आज यहां अपने सरकारी आवास पर आयोजित एक उच्च स्तरीय बैठक में कृषि विभाग द्वारा संचालित विभिन्न कार्यक्रमों की समीक्षा कर रहे थे उन्होंने सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि प्रदेश में सूखे की स्थिति को देखते हुए किसानों की सहायता के लिए हर सम्भव कदम उठाए जाएं उन्होंने यह भी कहा कि सूखे कि दशा में यह प्रयास किया जाना चाहिए कि कृषि विभाग द्वारा संचालित योजनाओं का लाभ अधिक से अधिक किसानों को मिल सके उन्होंने बीज वितरण की वर्तमान व्यवस्था में सुधार लाने के भी निर्देश दिए श्री यादव ने राज्य सरकार द्वारा किसानों को दी जा रही सुविधाओं का रेडियो एवं अन्य साधनों के माध्यम से व्यापक प्रचार-प्रसार करने के भी निर्देश दिए।
बैठक में इस बात पर भी चर्चा हुई कि जो कृषक पूरा मूल्य नकद देने की स्थिति में नहीं है उनके लिए यह व्यवस्था की जा चुकी है कि वे मात्र 1600 रुपए नकद तथा एक माह के बाद की स्थिति का पोस्ट डेटेड चेक देकर बीज प्राप्त कर सकते है जिन किसानों के पास चेक बुक नहीं है, उन्हें चेक बुक अथवा लीफ दिलाने में कृषि विभाग के फील्ड स्तरीय अधिकारियों द्वारा सहायता उपलब्ध करायी जाएगी बुन्देलखण्ड के कृषकों को खास तौर से तत्काल सहायता पहुंचाने के लिए नई योजानाएं बनाने के निर्देश देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि बुन्देलखण्ड में (खेत, तालाब) की योजना भी चलायी जाएं जिससे वहां सिंचाई के संसाधन भी उपलब्ध हो सके उन्होंने कृषि एवं सम्बन्धित विभागों द्वारा कृषकों को विविधीकरण हेतु प्रोत्साहित किये जाने की हिदायत दी, जिससे उनकी आमदनी में बढ़ोत्तरी हो सके।
श्री यादव ने कहा कि राज्य सरकार ने वर्ष 2015-16 को किसान वर्ष के रूप में घोषित किया है। इस वर्ष 23 दिसम्बर को किसान दिवस के अवसर पर विभिन्न फसलों में सर्वाधिक उत्पादकता प्राप्त करने वाले किसानों को उनके द्वारा पुरस्कृत किया जाएगा मुख्यमंत्री ने जैविक खेती को प्रदेश में बढ़ावा देने पर बल देते हुए कहा कि खास तौर से हमीरपुर जिले में इसका व्यापक प्रसार सुनिश्चित किया जाना चाहिए उन्होंने बुन्देलखण्ड एवं विंध्य क्षेत्र में उद्यान विभाग की बागवानी को प्रोत्साहित करने हेतु संचालित नई योजना को भी बेहतर ढंग से क्रियान्वित करने के निर्देश दिए श्री यादव ने खरीफ के दौरान बुन्देलखण्ड में तिल को बढ़ावा देने की चर्चा करते हुए कहा कि इससे कृषकों को लाभ पहुंचा है इसलिए इस योजना को आगामी खरीफ 2016 में भी चलाना चाहिए इनके अवशेष राजस्व देयों की वसूली स्थगित रहेगी इस दौरान कृषि ऋण से सम्बन्धित देयों की वसूली के लिए किसानों के खिलाफ उत्पीड़न सम्बन्धी कोई कार्यवाही नहीं जाएगी।
बैठक में सहकारिता मंत्री शिवपाल सिंह यादव, कृषि मंत्री विनोद कुमार उर्फ पण्डित सिंह, कृषि राज्य मंत्री राधेश्याम सिंह, अध्यक्ष उ0प्र0 बीज विकास निगम उज्ज्वल रमण सिंह, मुख्य सचिव आलोक रंजन, कृषि उत्पादन आयुक्त प्रवीर कुमार, प्रमुख सचिव कृषि अमित मोहन प्रसाद तथा कृषि निदेशक आदेश कुमार विश्नोई मौजूद थे।
रिपोर्ट :- शाशवत तिवारी