खंडवा : कश्मीरी पंडितो के दर्द को बयान करती फिल्म कश्मीर फाइल्स को लेकर सड़क से संसद तक बहस छिड़ी हुई हैं। ऐसे में कोई इस फिल्म को मुस्लिम विरोधी बता रहा है तो कोई फिल्म के बहाने विपक्ष पर निशाना साध रहा हैं। खंडवा में भी The Kashmir Files फिल्म की स्पेशल स्क्रीनिंग हुई। इस स्पेशल स्क्रीनिंग का आयोजन खंडवा सांसद ज्ञानेश्वर पाटिल ने किया। फिल्म देखने के बाद सांसद ज्ञानेश्वर पाटिल ने कहा जो फिल्म कश्मीर फाइल्स से नाराज़ है वो और कहीं (पाकिस्तान) रहने चले जाए।
खंडवा में बुधवार हाल ही में रिलीज हुए फिल्म कश्मीर फाइल्स की स्पेशल स्क्रीनिंग की गई। इस स्पेशल स्क्रीनिंग का आजोजन खंडवा सांसद ज्ञानेश्वर पाटिल ने किया। सांसद ज्ञानेश्वर पाटिल ने कहा कि इस फिल्म ने कश्मीर में हुए कत्लेआम की सच्चाई देश के सामने रख दी। कश्मीर को लेकर जो लोगों के सामने झूट परोसा गया वहीं हम अब तक सच मानते थे। लेकिन इस फिल्म के आने के बाद हमारे सामने सच्चाई सामने आई हैं।
उन्होंने फिल्म के सभी कलाकारों को बधाई देते हुए कहा कि फिल्म बनाने वाले सभी कलाकार बधाई के पात्र हैं। सांसद ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद उनके रहते ही इस फिल्म के माध्यम से कश्मीर का दर्द देश दुनिया के सामने आया हैं। उन्होंने बताया कि कोरोना के चलते सिनेमा घर बंद थे इस लिए कलेक्टर से बोल कर एक टॉकीच में इस फिल्म का प्रदर्शन करवाया जा रहा हैं।
सांसद पाटिल ने कहा कि फिल्म देखने के बाद लोग जिस तरह से फीडबैक दे रहे है उस से साफ पता चलता हैं की फिल्म में ऐसा कोई सिन नहीं था जिसमें लोगों की आंख में अंशु न आए हो। जिस तरह से कश्मीरी पंडितो के साथ हुआ हैं वह घिनोना था लेकिन आज परिदृश्य बदल गया हैं। ये बदलाव प्रधानमंत्री मोदी जी के चलते ही हुआ हैं। और जब तक मोदी जी के हाथ में देश का नेतृत्व रहेगा तो जो परिस्थितियां 50 साल पहले थी वहीं परिस्थिति फिर से होंगी।
उनसे जब पूछा गया की क्या कश्मीरी पंडितों का पुनर्वास हो पायेगा तो उन्होंने कहा मोदी हैं तो मुमकिन हैं मोदी जी के रहते जरूर कश्मीरी पंडितो का पुनर्वास हो जाएगा। वहीं उनसे पूछा गया की कुछ लोग इस फिल्म को लेकर नाराज हैं तो सांसद पाटिल ने कहा अगर कुछ लोग नाराज है तो उसका कोई इलाज नहीं हैं वो नाराज हो सकते हैं। और अगर नाराज ही होना है तो उनसे निवेदन हैं की यहाँ रहे ही नहीं वो और कहीं चले जाए।