पश्चिम बंगाल के बाद बिहार में भी एक अक्तूबर यानि कि मुहर्रम के दिन दुर्गा प्रतिमा का विसर्जन करने पर रोक लगा दी गई है। प्रशासन ने आदेश में कहा है कि मुहर्रम से एक दिन पहले यानि 30 सितंबर तक मूर्ति विसर्जन कर लिया जाए।
पटना प्रशासन ने सभी दुर्गा पूजा समितियों को सुरक्षा व्यवस्था का हवाला देते हुए निर्देश दिए हैं कि 30 सितंबर तक दुर्गा प्रतिमाओं के विसर्जित कार्यक्रम को निपटा लिया जाए।
पटना प्रशासन के इस आदेश पर केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने सवाल उठाते हुए कहा कि प्रशासनिक उपायों के नाम पर हिंदुओं पर इस बात का दबाव न बनाया जाए कि वह अपने अनुष्ठान का दिन बदल लें।
उन्होंने आगे कहा कि क्या बिहार के हिंदुओं को विजयादशमी मनाने के लिए पाकिस्तान या बांग्लादेश जाना चाहिए? वहीं बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने पटना प्रशासन के आदेश का स्वागत करते हुए कहा कि यह कदम कानून और व्यवस्था का हिस्सा है, जिसे जिला प्रशासन के द्वारा उठाया गया है। साथ ही उन्होंने सभी हिंदुओं और मुसलमानों से अपील की है कि वे अपने त्योहारों को सांप्रदायिक सद्भाव से मनाएं।
इसके अलावा जनता दल यू के प्रवक्ता अरविंद निषाद ने भी प्रशासन के कदम को सही ठहराते हुए कहा कि यह फैसला सुरक्षा और कानून- व्यवस्था का हिस्सा है। गौरतलब है कि पटना जिला मजिस्ट्रेट संजय कुमार अग्रवाल ने यह आदेश शनिवार को दिया था। ऐसा माना जा रहा है कि प्रशासन ने यह कदम दुर्गा प्रतिमा विसर्जन और मुहर्रम जुलूस के बीच संभावित संघर्षों को भांपते हुए उससे बचने के लिए एक एहतियात के रूप में उठाया है।