बिहार के बेगूसराय जिले में कार्तिक पूर्णिमा मेले में स्नान के दौरान भगदड़ मचने से 3 लोगों की मौत हो गई है। इस हाइसे में 10 लोग घायल भी हो गए। आपको बता दें कि आज कार्तिक पूर्णिमा है। इसे त्रिपुरी पूर्णिमा या गंगा स्नान की पूर्णिमा के नाम से भी जाना जाता है। इसी वजह से लाखों लोग बेगूसराय के सिमरिया घाट पर गंगा स्नान करने के लिए जमा हुए थे। सीएम नीतीश कुमार ने मृतकों के परिजनों के लिए 4 लाख रुपये मुआवजे की घोषणा की है।
डीएम नौशाद ने भगदड़ की रिपोर्ट को गलत बताया है। भीड़ सुबह काफी संख्या में लोग आए थे। 8 बजे भगदड़ वाली हालात नहीं थे। भगदड़ की वजह से मौत नहीं हुई है। 75 साल के ऊपर के दो महिला समेत तीन बुजुर्गों की भीड़ की वजह से सांस लेने में दिक्कत से मौत हुई है। इनके अलावा कोई घायल नहीं हुआ है। डीएम नौशाद के अनुसार व्यवस्था सही है।
वहीं बेगूसराय के बीजेपी सांसद भोला सिंह ने दरोगा समेत 7 लोगों के मरने का दावा किया है। उनके अनुसार इस भगदड़ के लिए जिला प्रशासन और राज्य सरकार जिम्मेदार है। बिना तैयारी के कुम्भ का मेला आयोजित किया गया। इस वजह से यह हादसा हुआ। BJP सांसद भोला सिंह ने बेगूसराय भगदड़ की जांच कराने की मांग की है।
कार्तिक पूर्णिमा की हिंदू धर्म में इसकी बहुत मान्यता है। पुराणों के अनुसार, यह दिन गंगा स्नान-दान के लिए श्रेष्ठ माना जाता। पूरे उत्तर भारत के साथ साथ बेगूसराय में भी लोग गंगा तट पर जमा होते हैं। ऐसे में लाखों लोग बेगूसराय के गंगा घाट पर स्नान करने के लिए शनिवार को इकट्ठा हुए थे। इसी दौरान यह भगदड़ मची। भगदड़ में 3 लोगों की मौत हो गई है और कई लोगों के घायल होने की आशंका है।
जिला प्रशासन और पुलिस राहत कार्य में लगी है। सूत्रों के अनुसार भीड़ के वजह से भगदड़ हुई। आपको बता दें कि बिहार में गंगा सिर्फ सिमरिया घाट पर उत्तरायन बहती है। इस वजह से झारखंड और बिहार से लाखों लोग यहां गंगा स्नान के लिए आते हैं।