मुजफ्फरपुर: बिहार के मुजफ्फरपुर में एक्यूट इन्सेफेलाइटिस सिंड्रोम (एईएस) यानी चमकी बुखार का कहर अभी थमा भी नहीं था। इस बीच मुजफ्फरपुर के श्रीकृष्ण मेडिकल कॉलेज और अस्पताल (एसकेएमसीएच) के पीछे की ओर मानव कंकाल और हड्डियां मिलने से हड़कंप मच गया है। जानकारी के मुताबिक, मुजफ्फरपुर के एसकेएमसीएच के पीछे कई नरकंकाल और हड्डियां बरामद हुए हैं। इसके साथ ही अस्पताल प्रशासन एक बार फिर से सवालों के घेरे में आ गया है। दरअसल, ये वही अस्पताल है जहां चमकी बुखार की वजह से सबसे ज्यादा करीब 109 बच्चों की मौत हुई है।
चमकी बुखार से बच्चों की मौत के बाद अब अस्पताल के पीछे नरकंकाल मिलने से हंगामा बढ़ गया है। हालांकि एसकेएमसीएच के अधीक्षक एसके शाही ने मानव कंकाल मिलने के मामले में जांच कराए जाने की बात कही है। जानकारी के मुताबिक, मुजफ्फरपुर के श्रीकृष्ण मेडिकल कॉलेज और अस्पताल (एसकेएमसीएच) के पिछले हिस्से में काफी बड़ा जंगली इलाका है। शनिवार को यहां से मानव कंकाल के साथ-साथ हड्डियां मिलने से हड़कंप मच गया। अस्पताल के पीछे मिले हड्डियों और मानव कंकालों को देखकर लग रहा कि कई शवों को यहां जलाया गया है। एक बोरे में भी मानव कंकाल बंद मिला है।
अस्पताल के पीछे मानव कंकाल मिलने के बाद सबसे बड़ा सवाल ये है कि आखिर इस इलाके में ये कहां से आए। वहीं मुजफ्फरपुर के श्रीकृष्ण मेडिकल कॉलेज एंड अस्पताल के पीछे मानव कंकाल मिलने के मामले में अस्पताल प्रशासन की ओर से बयान आया है। एसकेएमसीएच के अधीक्षक एसके शाही ने कहा है, “पोस्टमॉर्टम विभाग प्राचार्य के अधीन है लेकिन इसे मानवीय दृष्टिकोण के साथ किया जाना चाहिए। मैं प्रधानाचार्य से बात करूंगा और उनसे एक जांच समिति गठित करने के लिए कहूंगा।”
दूसरी ओर मामले की सूचना के बाद एसकेएमसीएच की ओर से एक जांच टीम ने उस जगह का दौरा किया जहां मानव कंकाल मिले हैं। एसकेएमसीएच के डॉ. विपिन कुमार ने कहा कि मानव कंकाल के अवशेष यहां मिले हैं। आखिर ये मानव कंकाल और हड्डियां कहां से आई हैं, इस संबंध में श्रीकृष्ण मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल की ओर से इस बारे में विस्तृत जानकारी दी जाएगी।”